द फॉलोअप डेस्क, रांची:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ खत्म हो गई। पूछताछ खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीएम आवास से बाहर निकलकर कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने जय झारखंड और हेमंत सोरेन के जिंदाबाद के नारों के साथ उनका स्वागत किया। पूरे दिन मुख्यमंत्री आवास के बाहर जुटे कार्यकर्ताओं और नेताओं में सीएम को देखते हुए उत्साह पैदा हुआ। मुख्यमंत्री ने बाहर निकलकर कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। ब्लू जैकेट पहने मुख्यमंत्री काफी आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे थे। मुख्यमंत्री से ईडी ने दोपहर 1 बजे से लेकर देर शाम 8:27 बजे तक पूछताछ की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर कार्यकर्ताओं में खूब उत्साह दिखा। कार्यकर्ता लगातार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिंदाबाद का नारा लगाते रहे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार कोई गाजर-मूली नहीं है जिसे कोई उखाड़ कर फेंक दिया। आप लोगों ने भी पूरे दिन संघर्ष किया। मेरी लड़ाई के साथ अपने-आप को जोड़ा। भविष्य में होने वाली सारी लड़ाई में हेमंत सोरेन आपके साथ खड़ा रहेगा। मैंने षड्यंत्रकारियों को जवाब दे दिया है। झारखंड में राजनीतिक चुनौतियों से निपटने के लिए आप लोग गांव-गांव पहुंचिए और लोगों को बताइये कि कैसे झारखंड के जल-जंगल-जमीन और संपत्तियों को लूटने की साजिश चल रही है लेकिन हमलोग यह साजिश सफल नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समर्थन में शनिवार को सुबह से ही राज्य के अलग-अलग जिलों से झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता राजधानी रांची में आकर जुटने लगे थे। मुख्यमंत्री आवास के दोनों और कांके राम मंदिर से लेकर एलपीएन शाहदेव चौक तक बैरिकेडिंग के दोनों ओर कार्यकर्ताओं का हुजूम जमा था। मुख्यमंत्री से 7 घंटे तक पूछताछ हुई लेकिन कार्यकर्ता सुबह से देर शाम तक मुख्यमंत्री आवास के बाहर और राजभवन के समीप डटे रहे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम ईडी की कार्रवाई का विरोध नहीं करने के लिए नहीं बल्कि अपने नेता के समर्थन में वहां पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर उत्साहित हुए कार्यकर्ता
ईडी की पूछताछ के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरे खिलाफ जाल बिछाया गया है लेकिन याद रखें, झारखंडी कभी डरता नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं का समर्थन देख अभिभूत हूं और मैं उनके साथ खड़ा हूं। कार्यकर्ताओं ने भी जय झारखंड, हेमंत सोरेन जिंदाबाद और झामुमो जिंदाबाद का नारा लगाकर उनका उत्साह बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि गोली चली तो पहले नेता सामने होगा इसके बाद ही कार्यकर्ताओं पर आंच आएगी।
मुख्यमंत्री से मिले बिना हमलोग हिलेंगे नहीं!
गौरतलब है कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों से राजधानी रांची में जुटे कार्यकर्ताओं ने कहा था कि वे तब तक वापस नहीं लौटेंगे जब तक उनकी मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो जाएगी। गढ़वा और रामगढ़ से जुटे कार्यकर्ताओं ने मुख्मयंत्री आवास के सामने मुख्य सड़क पर धरना दे दिया और कहा कि जब तक उनकी मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं होते वे लोग वहां से हटेंगे नहीं। इस दौरान मुख्यमंत्री आवास के 500 मी. की परिधि में धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा भी लगी थी लेकिन कार्यकर्ता वहीं डटे रहे। बता दें कि इस दौरान कार्यकर्ताओं ने शांति बनाए रखी और विधि-व्यवस्था को डिस्टर्ब नहीं किया।