द फॉलोअप डेस्क, रांची:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को धनबाद में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में महागठबंधन सरकार के 4 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जब पूर्ववर्ती सरकार ने सामान्य दिनों में भी गरीबों को भूख से मरने दिया, वहीं हमारी सरकार ने महामारी में भी किसी नागरिक को भूखा सोने नहीं दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने 11 लाख राशन कार्ड डिलीट कर दिया लेकिन हमने 20 लाख अतिरिक्त हरा राशन कार्ड बनाकर दिया। हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले की सरकार ने 20 साल में केवल 16 लाख लोगों को पेंशन दिया था लेकिन हमने सर्वजन पेंशन स्कीम के तहत केवल 4 वर्षों में 36.20 लाख बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा को पेंशन स्कीम से जोड़ा। समाज कल्याण हमारी प्राथमिकता है।
यहां संचालित उद्योगों और कंपनियों की जिम्मेवारी है कि वे अपने कर्मियों की सूची उपलब्ध कराएं। ताकि पता चल सके, इसमें कितने स्थानीय लोग कार्य कर रहे हैं। अब बाहर से लाकर कार्य कराने की परिपाटी समाप्त होगी: श्री @HemantSorenJMM https://t.co/DWR2xtZ4h3 pic.twitter.com/Js67Zs9w30
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) December 22, 2023
मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें
1. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल विवाह पर लगाम लगाने और बेटियों को सामाजिक-आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से हमारी सरकार ने सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना की शुरुआत की। इसमें एक परिवार की सभी बेटियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। 10वीं-12वीं पास विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 15 लाख रुपये तक का ऋण देते हैं। विदेश में पढ़ाई की इच्छा रखने वाले आदिवासी बच्चों के लिए मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति स्कीम लॉन्च की गई। सीएम हेमंत ने कहा कि मेरा मानना है कि झारखंड गठन के पश्चात हमारे पूर्वजों के कम पढ़े-लिखे और भोलेपन का फायदा उठाकर विपक्ष ने सरप्लस बजट वाले राज्य को पिछड़ा बना दिया। युवा पढ़ेंगे तो झारखंड बदलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने निजी क्षेत्र की नौकरियों में स्थानीयों को 75 फीसदी आरक्षण का कानून बनाया है।
2. धनबाद में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष जब शासन में था तो किसानों के लिए नहीं सोचा। केंद्र ऐसा काला कानून ले आया कि किसान ही खत्म हो जाते लेकिन हमारी सरकार ने बिरसा हरित ग्राम योजना, पशुधन योजना और दीदी-बाड़ी योजना लाकर किसानों और पशुपालकों को आर्थिक हित सुनिश्चित किया। जहां पूर्ववर्ती सरकारों ने 20 साल में केवल 8 लाख केसीसी कार्ड बांटे वहीं हमने अपने 4 साल के कार्यकाल में 20 लाख से ज्यादा केसीसी कार्ड का वितरण किया। किसान खुशहाल होगा तो राज्य खुशहाल होगा।
3. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दुमका में हवाई जहाज ट्रेनिंग सेंटर बना रहे हैं ताकि हमारा राज्य सिविल एविएशन के क्षेत्र में भी आगे बढ़े। ट्रेनिंग सेंटर में युवाओं को कर्मशियल पायलट, ग्राउंड इंजीनियर औऱ बच्चियों को एयर होस्टेस बनने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
4. सीएम हेमंत सोरेन ने धनबाद में केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने देश को महंगाई की गर्त में धकेल दिया है। 400 रुपये का गैस सिलेंडर और 1200 रुपये का मिलता है। 1 रुपये का प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपये का होगा गया। तेल, कपड़ा, साबुन, पेट्रोलियम और सब्जी भी महंगा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हक मांगने से नहीं मिलेगा बल्कि छीनना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने 20 वर्षों में सिद्धो-कान्हू, बिरसा मुंडा, निर्मल महतो, विनोद बिहारी महतो और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के खून-पसीने को पानी कर दिया। झारखंड को पिछड़ेपन की सीढ़ियों में फिसलने को मजबूर किया।
5. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 साल में झारखंड 25 साल का युवा हो जाएगा। हमारी कोशिश है कि सूखी हुई जमीन को कल्याणकारी योजनाओं से इतना सींचें कि झारखँड को किसी के आगे हाथ फैलाने की आवश्यक्ता न पड़े। उन्होंने कहा कि 2019 में यदि हमारी सरकार नहीं बनती तो नवजात झारखंड को कोई नहीं बचा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं ग्रामीण विकास के प्रति कृतसंकल्पित हूं।
6. झारखंड से पलायन की समस्या पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोविड महामारी नहीं आई होती तो पता ही नहीं चलता कि प्रदेश से आजीविका की तलाश में 15 लाख लोग दूसरे प्रदेशों में जाते हैं। उत्तराखंड के निर्माणाधीन टनल में 41 मजदूर 17 दिन तक फंसे रहे। सवाल है कि क्या किसी राजनेता और व्यवसायी का बेटा इतने दिनों तक वहां फंसा रहता। मैंने मजदूरों से वादा किया है कि उनको सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के तहत इसी प्रदेश में ही रोजगार दिया जाएगा।
7. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र के पास हमारा 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया है। जब भी पैसा मांगते हैं तो मेरे पीछे एजेंसियों को लगा दिया जाता है। धमकाया जाता है कि चुप रहो वरना जेल में ठूंस देंगे। यदि हमें बकाया पैसा मिलता तो सर्वजन पेंशन स्कीम की राशि 1000 से बढ़ाकर 2500 कर देते। 1200 रुपये का गैस सिलेंडर महज 500 रुपये में देते। युवाओं को स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता दे पाते।
8. मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने ऐसी लूट मचाई कि झारखंड हिलने लगा। हमारा बकाया पैसा नहीं देता लेकिन डीवीसी का बकाय़ा पैसा देने में 1 घंटे की देरी होने पर बिजली काट दी जाती है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पहले से भी ऐसा एकरारनामा किया है कि 1 घंटे हुई तो बिजली काट दी जाएगी। विपक्ष ने झारखंड को गिरव रख दिया। चंदनकियारी और जैनामोड़ा, निरसा, पुटकी सहित कई जगहों पर ग्रिड और ट्रांसमिशन निर्माण का काम अंतिम चरण है।
अगले साल से अपने बूते झारखंड को बिजली देंगी। डीवीसी पर निर्भर नहीं रहेंगे।