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Ranchi : बेरोजगारी और नियोजन नीति सहित इन मुद्दों को लेकर 7 मार्च को विधानसभा घेरेगी आजसू

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रांची: 

आजसू पार्टी का मुख्य उद्देश्य झारखंडी पहचान एवं स्वाभिमान को स्थापित करना है। झारखण्ड गठन के 21 वर्ष के बाद भी झारखंडी अपना परिचय ढूंढ रहे हैं। वर्तमान सरकार झारखंडी विषयों को हल करके नहीं बल्कि ज़िंदा रखकर राजनीति करना चाहती है। आजसू पार्टी का यह मानना है कि राज्य को विकास पथ पर ले जाने के लिए सबसे पहले पहचान और सामाजिक न्याय के विषय को हल करना जरुरी है।

इन विषयों को लेकर विधानसभा घेराव का कार्यक्रम
उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने राज्य के सभी विधानसभा एवं जिला के प्रभारियों के साथ रांची स्थित प्रधान कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान कही। बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष ने आगामी 7 मार्च को होने वाले विधानसभा घेराव की तैयारियों की समीक्षा की तथा सभी प्रभारियों से बारी-बारी से संवाद कर, उनका मंतव्य जाना। आजसू पार्टी 7 मार्च को भाषा, स्थानीय नीति, नियोजन नीति, आरक्षण, सरना धर्म कोड तथा जातीय जनगणना एवं बेरोज़गारी के विषयों को लेकर विधानसभा घेराव करने का निर्णय लिया है। 

 आजसू पार्टी के भावी कार्यक्रम

- 27 फरवरी से 4 मार्च तक हर गांव-पंचायत में आजसू पार्टी के कार्यकर्ता ढोल-नगाड़े के साथ जनजागरण मार्च निकालकर 7 मार्च को होने वाले विधानसभा घेराव के लिए गोलबंद करेंगे तथा कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान करेंगे। साथ ही वर्तमान सरकार, जो सत्ता में आने के बाद घोर निद्रा में सो गयी है, उसे जगाने की कोशिश करेंगे।

- 5 मार्च को आजसू पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक राज्य के हर गांव, पंचायत, प्रखण्ड एवं जिला में मशाल जुलूस निकालकर 7 मार्च को विधानसभा घेराव हेतु राँची कूच करने के लिए लोगों को एकजुट करेंगे।

राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
राज्य के ज्वलंत मुद्दों के निराकरण हेतु आजसू पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल को आज मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र के माध्यम से आजसू पार्टी ने राज्य सरकार से 1932 का खतियान या अंतिम सर्वे के आधार पर नियुक्ति से पूर्व स्थानीय नीति एवं नियोजन नीति लागू करने, पिछड़ा वर्ग आयोग की अनुशंसा के आलोक में पिछड़ी जातियों को आरक्षण सुनिश्चित करने, जातीय जनगणना कराने, सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में पंचायत चुनाव कराने से पूर्व राज्य की पिछड़ी जातियों को पंचायत चुनाव में आरक्षण सुनिश्चित करने, राज्य में सरना धर्म कोड तथा कुड़माली भाषा कोड आगामी जनगणना के प्रपत्र में शामिल करने।

राज्य की कुड़मी/कुरमी, घटवार/घटवाल एवं तेली(कोल्ह) को अनुसूचित जनजाति में शामिल कराने, राज्य सरकार से झारखंड आंदोलनकारियों को उनकी पहचान, हक एवं अधिकार तथा मान-सम्मान सुनिश्चित करने तथा भाषाई अतिक्रमण विवाद को समाप्त कर राज्य की मात्र 9 जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं को संबंधित जिले की क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं की सूची में शामिल करने के विषयों पर समुचित कार्रवाई करने की मांग की।

 

आजसू पार्टी प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रुप से पार्टी के प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस, केंद्रीय महासचिव डॉ. लंबोदर महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक एवं कुशवाहा शिवपूजन मेहता, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत शामिल थे।

हर स्तर के पदाधिकारी का किया जाएगा कार्य निर्धारण
बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने आजसू पार्टी द्वारा की जा रही कार्यों की जिलावार समीक्षा की तथा सभी प्रभारियों को बारहों अनुषंगी इकाई के पुर्नगठन एवं विस्तार के साथ-साथ जनसंग्रह-धनसंग्रह कार्यक्रम की गति को और तेज़ करने का निर्देश दिया।

ब्लॉक स्तर पर सोशल मीडिया प्रभारी को दी जाएगी ट्रेनिंग 
बैठक के दौरान केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने सभी विधानसभा एवं जिला प्रभारियों को हर स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके कार्य निर्धारण करने का निर्देश दिया। साथ ही ब्लॉक स्तर के सभी सोशल मीडिया प्रभारियों के लिए ट्रेनिंग सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने जनसंग्रह-धनसंग्रह कार्यक्रम की भी समीक्षा की तथा अभियान को और तेज़ करने का निर्देश दिया।

बैठक में आजसू पार्टी के इन नेताओं ने लिया भाग
बैठक में मुख्य रूप से आजसू पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश चौधरी, प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस, केंद्रीय महासचिव डॉ. लंबोदर महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक एवं कुशवाहा शिवपूजन मेहता, केंद्रीय महासचिव रोशनलाल चौधरी, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, केंद्रीय सचिव सतीश कुमार, मनोज चंद्रा एवं हरेलाल महतो, अनुशासन समिति के अध्यक्ष सुबोध प्रसाद, केंद्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह, महिला संगठन सचिव वर्षा गाड़ी सहित सभी जिला प्रभारी एवं विधानसभा प्रभारी मौजदू थे।