रांची
हल्ला बोल कार्यक्रम के छठे दिन आज पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार और प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ विभिन्न प्रखंड और नगर इकाई कार्यालयों में ज्ञापन सौंपा। आजसू के कार्यकर्ताओं ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर राज्य सरकार को जनता के दुःख दर्द से कोई लेना देना नहीं है। सरकार जनता की सेवा करने की जगह भ्रष्टाचार को बढ़ावा और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने में व्यस्त है। इनकी सभी घोषणाएं केवल सरकारी दस्तावेजों, अखबारों और खंभों में लगे विज्ञापनों तक ही सीमित है। धरातल की सच्चाई से सरकार का कोई वास्ता नहीं है। सरकार की गलत नीति निर्धारण के चलते राज्य की जनता आज राशन, पेंशन, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है। गरीबों, शोषितों व वंचितों के आंखों से निकले हर एक आंसू का जवाब सरकार को देना होगा।
समस्या का जल्द निराकरण करने के लिए बनाया दबाव
आजसू पदाधिकारियों द्वारा क्षेत्र की जनता की समस्या का जल्द निराकरण करने के लिए संबंधित पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से विभिन्न जनसमस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया। जिसमें जमीन संबंधी दाखिल-खारिज हेतु अंचल कार्यालय में जमा आवेदनों का अविलंब निष्पादन करने, वर्तमान में अबुआ आवास हेतु चयन में पारदर्शिता लाने, मनरेगा अंतर्गत संचालित सिंचाई कूप एवं अन्य योजनाओं का कियान्वयन एवं भुगतान यथाशीघ्र करने, छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति हेतु जाति, आय एवं आवासीय प्रमाण-पत्र बनवाने में शीघ्रता लाने, सभी किसानों को खाद एवं बीज की आपूर्ति समय पर करने और बिजली आपूर्ति की चरमराई व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग मुख्य रूप से शामिल हैं।
इन स्थानों में सौंपे गये ज्ञापन
रामगढ़ जिला के पतरातू, हजारीबाग जिला के सदर, चुरचू और केरेडारी, बोकारो जिला के पेटरवार, सरायकेला खरसावां जिला के ईचागढ़, जामताड़ा के नाला, साहिबगंज जिला के पतना और बरहरवा, पलामू के सतबरवा, गढ़वा के गढ़वा प्रखंड और देवघर नगर आयुक्त कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्टी पदाधिकारियों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया।