रांची
दो घंटे की वार्ता के बाद कुड़मियों का रेल रोको आंदोलन समाप्त हो गया है। अब 25 सितंबर को कुड़मी नेताओं की रांची में मुख्य सचिव और टीआरआई के प्रमुख के साथ बैठक में मांगों पर चर्चा होगी। आंदोलनकारियों ने कहा है कि 25 की बैठक में अगर उनकी मांगों पर कोई ठोस फैसला नहीं होता है तो वे व्यापक स्तर पर और भी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। बता दें कि एसटी का दर्जा देने की मांग लेकर आज से कुड़मी समाज के विभिन्न संगठनों ने रेल रोको- रास्ता रोको आंदोलन की शुरुआत की थी। ये अनिश्चितकालीन आंदोलन था। लेकिन आज हुई वार्ता के बाद इसे समाप्त कर दिया गया है। बता दें कि कड़मी समाज ने खुद को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए और कुडूमाली भाषा को संवैधानिक भाषा की मान्यता के लिए आज से तीन राज्यों में अनिश्चितकालीन रेल रोको-रास्ता रोको आंदोलन की शुरुआत की थी। ये राज्य हैं झारखंड, ओड़िशा और बंगाल। दूसरी ओर बंगाल में आंदोलन स्थमगित कर दिया गया है क्योंनकि कलकत्ताि हाईकोर्ट ने इसे असंवैधानिक कहा है। आंदोलन की वजह से काफी संख्या में ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। सिल्ली-मुरी हाईवे पर नाकेबंदी की गई। धनबाद में धारा 144 लगा दिया गया।
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