रांची
संसद में घुसपैंठ के बाद झारखंड विधानसभा की सुरक्षा की समीक्षा हो रही है। विधानसभा के सुरक्षा घेरे को और मजबूत किया जायेगा। आम आदमी की इंट्री के नियमों में बदलाव होगा। जल्दी ही सुरक्षा नियमों को लेकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये जायेंगे। इस बाबत झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र महतो ने जानकारी दी है। कहा कि संसद में तमाम तरह की सतर्कताओं के बावजूद घुसपैंठ हो जाना मामूली बात नहीं है। दो युवकों का संसद में आपत्तिजनक सामग्री के साथ प्रवेश कर जाना, कहीं न कहीं से हमारी सुरक्षा चूक को दर्शाता है। झारखंड विधानसभा के दर्शक दीर्घा में में प्रवेश के नियमों का अवलोकन होगा और हम इसमें जरूरी बदलाव करेंगे।
अनाधिकृत प्रेवश अब नहीं हो सकेगा
विधानसभा अध्यक्ष महतो ने कहा कि विधानसभा में किसी तरह का अनाधिकृत प्रेवश अब नहीं हो सकेगा। पूरे भवन को सुरक्षा घेरे में कैसे लिया जाये, इस पर हम चर्चा करेंगे। कहा कि इसके लिए जल्दी ही विधानसभा सचिवालय को भी निर्देश जारी किया जायेगा। महतो ने कहा कि वे इस संबंध में बैठक करेंगे। इसमें राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य आला अधिकारी मौजूद रहेंगे। बैठक में विधानसभा के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा होगी।
15 से शीतकालीन सत्र
गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार 15 दिसंबर से आरंभ होगा। सत्र 21 दिसंबर तक चलेगा। संभावना जताई जा रही है कि सरकार सत्र के दौरान स्थानीयता के निर्धारण के लिए 1932 के खतियान की बाध्यता संबंधी संशोधित विधेयक पेश कर सकती है। इसी के साथ, झारखंड कैबिनेट की बैठक 15 भी दिसंबर को बुलाई गयी है। कैबिनेट की बैठक विधानसभा सत्र के तुरंत बाद शाम 4 बजे होगी। सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कई विधेयक को मंजूरी मिलने की संभावना है। इसमें मुख्य रूप से 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति की चर्चा हो रही है।