सिमडेगा
सिमडेगा समाहरणालय में कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने स्पष्ट कहा कि बेहतर काम करने वाले पदाधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा, जबकि लापरवाही या गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि कई पदाधिकारियों के पास विभागीय योजनाओं की मूलभूत जानकारी भी नहीं थी। मंत्री ने अगस्त तक सिमडेगा जिले के 10 प्रखंडों में 5 हजार किसानों को केसीसी लोन दिलाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि किसानों को लोन प्रक्रिया की सही जानकारी मिल सके। ऋण माफी योजना के तहत लाभुकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस योजना में सहयोग नहीं करने वाले बैंकों में विभाग की राशि डिपॉजिट न करने की बात कही गई है। सिमडेगा के डीसी को सभी प्रमुख बैंकों से पत्राचार करने का निर्देश मिला है।
मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत जून तक पशु वितरण कार्य पूरा करने को कहा गया है। चयनित एजेंसी समय पर पशु उपलब्ध न कराए तो उसे बदले जाने की बात भी कही गई। इस बार सिमडेगा में शूकर और बकरी वितरण पर विशेष जोर रहेगा। मंत्री ने निर्देश दिया कि 50% अनुदान पर वितरित होने वाले बीजों का लाभ सुदूर गांवों तक पहुंचे। मिट्टी जांच की प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी करने और तय समय पर सॉइल हेल्थ कार्ड वितरित करने को कहा गया। साथ ही जिले में नए सॉइल टेस्ट सेंटर खोलने का प्रस्ताव विभाग को भेजा जाएगा।
कृषि मेले को अब किसी भी हाल में प्रखंड कार्यालय में न लगाने और ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। विभिन्न योजनाओं के लाभुकों की सूची जन प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराने को भी कहा गया है ताकि वे स्थल निरीक्षण कर योजना की जमीनी हकीकत देख सकें।
समीक्षा बैठक में कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने तालाब निर्माण, धान खरीद का लंबित भुगतान और किसानों को मिलने वाली योजनाओं की जानकारी के अभाव का मुद्दा उठाया। बैठक में सिमडेगा डीसी अजय कुमार सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डेविड तिर्की, जन प्रतिनिधि और विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक के बाद मंत्री ने कांग्रेस जिला कार्यालय पहुंचकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और विभागीय योजनाओं को लेकर चर्चा की। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत भी किया।