द फॉलोअप डेस्क
कोयले के अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से एक मजदूर की मौत की खबर सामने आयी है। हालांकि मृत मजदूर का शव पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है। चर्चा है कि अवैध कोयला खनन से जुड़े धंधेबाजों ने हादसे के बाद तत्काल शव को बाहर निकाला और उसे जला दिया। यह घटना गिरिडीह ओपेनकास्ट माइंस के बगल में शनिवार अहले सुबह लगभग 4 बजे घटी है। मृतक मजदूर का नाम गुज्जर बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के सचिव तेजलाल मंडल, झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता देवचरण दास, जगत पासवान, महेशलुंडी मुखिया शिवनाथ साव समेत कई अन्य नेता समेत अन्य मौके पर पहुंचे और पुलिस-प्रशासन से माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की।
पीओ ने लिया जायजा दूसरी तरफ घटना की सूचना पर परियोजना पदाधिकारी जीएस मीणा, माइंस मैनेजर आरपी यादव मौके पर पहुंचे और माइंस का जायजा लिया जिसके अंदर धंसान होने की बात कही जा रही है। पीओ ने बताया कि चर्चा है कि एक मजदूर दबा है। अभी पूरी पड़ताल की जा रही है। कहा कि अभी चंद दिनों पहले ही इस खदान को भरा गया था। वहीं इस दौरान मौजूद सीसीएल कर्मियों ने बताया कि इस खदान को जब भी भरने के लिए टीम पहुंचती है, तो खंता संचालक के द्वारा धमकी भी दी जाती है।
सूचना पर पुलिस हुई रेस, एसडीपीओ ने की जांच घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस रेस हो गई। एसडीपीओ सदर जीतवाहन उरांव एवं मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो कई अन्य पुलिस अधिकारी व जवानों के साथ पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। इसके अलावा पुलिस ने पूरे इलाके में चप्पे-चप्पे पर तफ्तीश की। शव को जला दिए जाने की संभावना के मद्देनजर संभावित इलाकों को भी पुलिस द्वारा खंगाला गया। कई ग्रामीणों से भी पूछताछ कर आवश्यक जानकारी लेने का प्रयास किया गया परंतु पुलिस को घटना में मृत मजदूर को लेकर कुछ भी पता नहीं चल सका। पुलिस ने तफ्तीश कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यहां पर अवैध तरीके से कोयला का खनन कौन करवा रहा था।