भक्ति पांडेय/साहिबगंज:
दुमका में घटित अंकिता हत्याकांड के विरोध में साहिबगंज में रैली निकाली गई। बीजेपी विधायक अनंत ओझा के नेतृत्व में आयोजित इस रैली में लोगों ने अंकिता हत्याकांड की निंदा की और मुख्य आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग की। रैली में शामिल लोगों ने जस्टिस फॉर अंकिता लिखा हुआ पोस्टर ले रखा था। रैली में बड़ी संख्या में छात्राओं और महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। रैली में ज्यादा संख्या में युवाओं ने भाग लिया और साहिबगंज के अलग-अलग इलाकों में घूमे। विधायक भी साथ थे।
यूपीए सरकार में बढ़ा महिलाओं पर अत्याचार!
रैली के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक अनंत ओझा ने कहा कि "जबसे राज्य में यूपीए गठबंधन की सरकार बनी है, महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़ गया है। दुमका में दरिंदगी की सारी सीमा को पार करते हुए एक अपराधी ने अंकिता को आग के हवाले कर दिया। अंकिता जल गई और सरकार पिकनिक मनाने और सरकार बचाने में व्यस्त रही"। अनंत ओझा ने कहा कि रांची के नरकोपी में एक आदिवासी बेटी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। चतरा में एक नाबालिग पर एसिड अटैक किया गया। विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार संवेदनहीनता के चरम पर पहुंच गई है। कानून-व्यवस्था फेल है।
सरकार पर लगाया तुष्टिकरण करने का आरोप
मौजूदा सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए विधायक अनंत ओझा ने कहा कि राज्य में धर्म के आधार पर अपराधियों का श्रेणीकरण हो रहा है। धर्म के आधार पर सजा तय की जा रही है। उन्होंने कहा कि शाहरुख हुसैन को अविलंब फांसी की सजा होनी चाहिए। अंकिता हत्याकांड मामले में स्पीडी ट्रायल होना चाहिए ताकि ना केवल न्याय मिले बल्कि न्याय सही समय पर मिले।
23 अगस्त को दुमका में अंकिता पर हुआ था हमला
गौरतलब है कि 23 अगस्त को दुमका के जरुवाडीह में अंकिता नाम की युवती को पड़ोस में रहने वाले शाहरुख नाम के मनचले ने आग के हवाले कर दिया था। मनचला शाहरुख अंकिता पर दोस्ती करने और फोन पर बात करने का दबाव बना रहा था लेकिन अंकिता ने मना कर दिया था। आग में बुरी तरह झुलसी अंकिता को रांची के रिम्स में भर्ती करवाया गया जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।