द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड के गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड स्थित भेलवाघाटी में साढ़े पांच करोड़ की लागत से बन रहा पुल पहली बारिश में ही गिर गया। यह पुल फतेहपुर मोड़ से बोंगी बिहार सीमा वाया भेलवाघाटी मुख्य मार्ग पर अरगा नदी के ऊपर बन रहा था। शनिवार शाम को लगातार तीन घंटे तक हुई बारिश में नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने के कारण पुल क्षतिग्रस्त हुआ। बारिश के बीच पुल का गार्डर पानी में बह गया। वहीं पिलर भी टेढ़ा होकर झुक गया। ग्रामीण घटिया सामग्री के उपयोग का आरोप लगाते हुए पुल को नए सिरे से बनवाने की मांग कर रहे हैं।
भेलवाघाटी थाना क्षेत्र डुमरीटोला व कारीपहरी गांव के बीच अरगा नदी पर पुल गिरिडीह पथ प्रमंडल की देखरेख में बन रहा है। ओम नमः शिवाय कंस्ट्रक्शन कंपनी को भेलवाघाटी पथ की लंबाई 15.810 किलोमीटर के साथ पुल निर्माण का जिम्मा मिला है। पुल की चौड़ाई 12 मीटर व लंबाई 86 मीटर है। कार्य का शिलान्यास वर्ष 2019-20 में किया गया था। पुल निर्माण की लागत 5.50 करोड़ बताई गई। साथ ही 47 करोड़ से सड़क बनाई जाएगी। हालांकि, विभागीय अधिकारी स्पष्ट रूप से कुछ बता नहीं पा रहे।
पुल निर्माण का काम डेढ़ वर्ष में पूरा कर लेना था, लेकिन अबतक पांच में से महज दो स्पैन का निर्माण कराया जा सका है। तीसरे स्पैन का कार्य चल रहा था। कंपनी के कर्मियों ने बताया कि जलस्तर बढ़ने से पुल का गार्डर टूट कर नदी में गिर गया। इससे दूसरे नंबर का मुख्य पिलर टेढ़ा हो गया। लाखों की सेंट्रिंग सामग्री नदी में बह गई। हादसे की सूचना मिलने पर कंपनी के अधिकारियों ने रविवार को क्षतिग्रस्त हिस्सा का जायजा लिया। अधिकारियों ने कहा कि इसे तोड़कर नए सिरे से पिलर बनाया जाएगा। रविवार को दिन भर कंपनी के कर्मी सामग्री नदी से उठाने में लगे थे।
घटिया निर्माण का आरोप लगाकार ग्रामीणों ने छह महीने पहले दिसंबर, 2023 में पुल निर्माण काम रोकवा दिया था। हालांकि तीन महीने बाद फिर से काम शुरू हो गया। अगर ग्रामीणों के आरोप को पथ निर्माण विभाग ने गंभीरता से लिया होता तो शायद पुल गिरने की घटना न घटती।