सिमडेगा:
एक नाबालिग को बहला-फुसलाकर तस्करी का शिकार बनाने वाली एक महिला को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) पुलिस टीम ने कोलेबिरा पुलिस के सहयोग से धर-दबोचा है। वहीं नाबालिग बालिका को उसके चंगूल से मुक्त कराया है। कोलेबिरा थाना क्षेत्र के पाहनटोली-वासी की रहने वाली नाबालिग की उम्र 17 साल है। जबकि उसकी ट्रेफिकिंग की आरोपी सुमन बिलुंग करीब 40 वर्ष की है।
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क्या है मामला
आरोपी तस्कर महिला भी नाबालिग के ही गांव की है। लड़की को वह दिल्ली में काम दिलाने का लोभ-लालच और बहला-फुसलाकर सिसई (गुमला) 31 जनवरी को लेकर पहुंची थी। इस बीच नाबालिग बच्ची के परिजन को पता चला कि उनकी बच्ची को सिमडेगा होते हुए राऊरकेला (उडीशा) के रास्ते दिल्ली ले जाया जा रहा है। तुरंत उन्होंने इसकी सूचना एएचटीयू थाना को फोन पर दी। थाना प्रभारी ने तत्परतापूर्ण कार्रवाई करते हुए बस से सिसई (गुमला) से राउरकेला (उडीशा) जाने के दौरान कोलेबिरा थाना पुलिस टीम की मदद से तेलंगा खडि़या शहीद चौक से शातिर बालिका तस्कर को धर-दबोचा। नाबालिग बच्ची को रेस्क्यू करा लिया।
अब तक 95 बेटियां कराई गईं मुक्त
बता दें कि विगत 15-16 माह में जिला में कुल-95 बालिकाओं/महिलाओं को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया जा चुका है। साथ ही कुल-35 मानव तस्करों को जेल की हवा खानी पड़ी है। सिमडेगा एसपी ने लोगों से अपील की है कि कहीं भी ऐसा मामला दिखे तो तुरंत पुलिस और एएचटीयू को सूचना दें।