रांची
जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सेना के पराक्रम को छिपाने और जनता का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा तिरंगा यात्रा का आयोजन कर रही है।
भट्टाचार्य ने कहा, "पाकिस्तान के सामने हमारे जवानों ने पराक्रम दिखाया, लेकिन सीजफायर से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय का ट्वीट आता है, फिर भारत के विदेश मंत्रालय का ट्वीट। इससे साफ होता है कि हमारी सेना की वीरता को राजनीतिक कूटनीति के नीचे दबाया गया। यह तिरंगा यात्रा उसी पर एक पर्दा डालने की कोशिश है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा, "आप मणिपुर नहीं जाते, लेकिन झारखंड का खनिज जरूर ले जाते हैं। उसकी रॉयल्टी तक नहीं देते। हम राज्य में लोगों तक पानी पहुंचाने का काम कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार इस योजना में सहयोग देने से पीछे हट रही है।"
भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि झारखंड के मंत्री बार-बार केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल को पत्र और ईमेल कर रहे हैं, लेकिन मुलाकात का समय तक नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा, "कहा गया है कि मंत्री दिल्ली जाकर मंत्रालय के बाहर धरने पर बैठें। अब याचना नहीं होगी। अब एक-एक पाई के लिए आंदोलन होगा।"
उन्होंने केंद्र सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश और बिहार को सरप्लस पैसा दिया जाता है, लेकिन झारखंड और बंगाल केंद्र की आंखों की किरकिरी बने हुए हैं। सवाल है कि हमने भारत सरकार का क्या बिगाड़ा है?"
पानी के मुद्दे को लेकर उन्होंने चिंता जताई और कहा कि गर्मी में जल संकट गंभीर होता जा रहा है, लेकिन केंद्र इसे टालते हुए राजनीति कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी, "जब-जब कोई अपने हक की बात करेगा, केंद्र सरकार उसका मुद्दा दबाने की कोशिश करेगी। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। झारखंड अपना पैसा लेकर रहेगा।"
भट्टाचार्य का यह बयान भाजपा की तिरंगा यात्रा के जवाब में आया है, जो सेना के मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्यभर में निकाली जा रही है।