द फॉलोअप डेस्क, रांची:
दिल्ली स्थित सीएम आवास में ईडी की कार्रवाई के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि एजेंसी की कार्रवाई गैर-वाजिब और असंवैधानिक है। झामुमो ने कहा कि पिछले 2-3 दिनों से राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों को जिस प्रकार से पेश किया जा रहा है वह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री व्यक्तिगत काम से दिल्ली गये हैं। झामुमो ने कहा कि 31 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने ईडी को अपने आवास में बुलाया है। दोपहर 1 बजे पूछताछ का समय दिया है, बावजूद इसके मौजूदा कार्रवाई समझ से परे है।
राजमहल के झामुमो सांसद विजय हांसदा ने कहा कि मुख्यमंत्री को इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि वह राजहित में काम कर रहे हैं। विजय हांसदा ने कहा कि हम सब उनके साथ खड़े हैं।
सोहराई भवन से मुख्यमंत्री को मतलब नहीं
झामुमो ने कहा कि सोहराई भवन से मुख्यमंत्री का कोई लेना-देना नहीं है। उसका काम उनकी पत्नी देखती हैं। चुनाव आयोग को पहले ही सारी जानकारी है। कहा कि जिस जमीन को ईडी अपनी कार्रवाई का आधार बना रही है दरअसल वह भूमहरी जमीन है जिसकी खरीद-फरोख्त नहीं हो सकती। झामुमो ने कहा कि 20 जनवरी को भी ईडी के अधिकारी बयान दर्ज करने पहुंचे थे। इस दौरान 7 घंटे आवास पर रूके लेकिन महज 17-18 सवाल ही पूछे। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यदि बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलना है तो पहले अपॉइंटमेंट लेना होगा। आवेदन देना होगा। हम उनकी मुलाकात करवा देंगे।