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'14 साल घूमा पर नहीं बन पाया शिबू सोरेन, अब शावकों से उलझता है'; सीएम हेमंत का बाबूलाल पर तंज!

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द फॉलोअप डेस्क:

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को संताल परगना के साहिबगंज जिला अंतर्गत भोगनाडीह में आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम का आगाज करते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री के निशाने पर खासतौर पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और पीएम मोदी रहे। सीएम हेमंत ने बाबूलाल मरांडी का नाम लिए बगैर इशारों-इशारों में कहा कि एक आदिवासी नेता ने शिबू सोरेन बनने का प्रयास किया लेकिन कामयाब नहीं हुआ। हेमंत सोरेन ने जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों पर अड़ंगा लगाने का आरोप लगाया। सीएम हेमंत पूरी तरह चुनावी मोड में नजर आए। 

हम विपक्ष की गठरी बनाकर गुजरात भेज देंगे!
दरअसल, भोगनाडीह में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत ने कहा कि हमारी सरकार ने सभी कल्याणकारी योजनाओं की गठरी बनाकर जनता के द्वार तक पहुंचाने का काम किया है। अब हमारी योजना ऐसी पार्टी की गठरी बनाने की है जो हमें डराने का प्रयास करते हैं। सीएम हेमंत ने कहा कि हमारी सरकार डरने वाली नहीं है बल्कि लड़ने वाली है। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष की गठरी बनाकर गुजरात भेज देंगे। इसमें 2-4 आदिवासी नेता भी शामिल हैं। 

शिबू सोरेन बनने निकला था आदिवासी नेता!
मुख्यमंत्री ने बाबूलाल मरांडी का नाम लिए बगैर कहा कि एक आदिवासी नेता शिबू सोरेन बनने निकला था। 14 साल तक लाख कोशिशों के बाद जब शिबू सोरेन नहीं बन पाया तो अब उनके शावकों से उलझता है लेकिन चिंता की कोई बात नहीं। सीएम हेमंत के निशाने पर बाबूलाल मरांडी ही थे, इसे इस तरह से समझा जा सकता है कि बाबूलाल मरांडी ने वर्ष 2006 में बीजेपी का दामन छोड़ झारखंड विकास मोर्चा नाम से अपनी नई पार्टी बना ली थी। इस बीच झाविमो ने 2009 और 2014 और 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हिस्सा लिया। बीच में कई बार यूपीए गठबंधन का हिस्सा भी रही। हालांकि, 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद फरवरी 2020 में बाबूलाल मरांडी ने गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में वापसी की थी। 

इशारों-इशारों में बाबूलाल पर सीएम हेमंत का तंज
बाबूलाल मरांडी को जुलाई 2023 में प्रदेश बीजेपी की कमान सौंपी गई। इससे पहले उनको सदन में नेता प्रतिपक्ष के लिए भी नामित किया गया था लेकिन दल-बदल मामले को लेकर इसकी मंजूरी नहीं मिली। पिछले 3 वर्षों में बीजेपी की ओर से बाबूलाल मरांडी ही हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं। ऐसा एक भी दिन नहीं जाता जब बाबूलाल मरांडी ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और विधि-व्यवस्था के मुद्दे पर हेमंत सोरेन सरकार पर हमला न बोला हो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ताजा बयान बाबूलाल मरांडी के उन्हीं आरोपों का पलटवार कहा जा सकता है।