रांची
भारत वर्चुअल ओपन एजुकेशन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में झारखंड सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाफिजुल हसन को सामाजिक क्षेत्र में जनहित के उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि (PhD) से सम्मानित किया गया। यह सम्मान न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवार और पूरे झारखंड के लिए भी गर्व का क्षण है। यह प्रतिष्ठित उपाधि हाफिजुल हसन को दिशोम गुरु शिबू सोरेन के दिखाए मार्ग और उनके दिवंगत पिता हाजी साहब की सेवा भावना से प्रेरणा लेते हुए प्राप्त हुई है। इन आदर्शों ने उन्हें समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और सामाजिक न्याय के लिए निरंतर प्रेरित किया है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और पूर्व में खेलकूद, कला, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री के रूप में, हसन ने समावेशी विकास और सभी समुदायों के हित में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। सम्मान प्राप्त करने के बाद हसन ने कहा, "यह उपाधि मेरे लिए एक सम्मान होने के साथ-साथ जिम्मेदारियों को और बढ़ाने वाली प्रेरणा भी है। मैं झारखंड के लोगों की सेवा और राज्य के विकास के लिए पहले से अधिक दृढ़ता से काम करता रहूंगा।"
उन्होंने अपने संदेश में आगे कहा, "मैं इस सम्मान को अपने क्षेत्रवासियों और झारखंड की जनता को समर्पित करता हूं। आप सभी के सहयोग और आशीर्वाद से हम झारखंड को प्रगति और समृद्धि के नए शिखर तक ले जाएंगे।" यह सम्मान हाफिजुल हसन की सामाजिक सेवा के प्रति निष्ठा और झारखंड में सामाजिक न्याय व समग्र विकास के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।