रांची:
ईडी ने झारखंड के शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक ईडी ने योगेंद्र तिवारी को गुरुवार देर शाम 7 बजकर 20 मिनट पर गिरफ्तार किया। योगेंद्र तिवारी पर झारखंड में कथित शराब घोटाला कांड में संलिप्त रहने का आरोप है। दरअसल, अगस्त महीने में ईडी ने शराब घोटाला केस के सिलसिले में झारखंड के अलग-अलग शहरों में छापा मारा था। छापेमारी में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव के पास से 30 लाख रुपये नगद मिले थे।
कथित शराब घोटाला केस में छापेमारी
अगस्त 2023 को अखबारों में छपी खबरों के मुताबिक झारखंड में कथित शराब घोटाला केस की जांच के दौरान यह बात सामने आई थी कि शराब कारोबारी योगेंद तिवारी ने उत्पाद विभाग के अधिकारियों को पैसे दिए। आरोप है कि वर्ष 2021 में शराब के थोक कारोबार की नीति बनाने में पैसे का खेल हुआ। जामताड़ा-मिहिजाम सिंडिकेट ने 19 जिलों में शराब के थोक कारोबार का ठेका हासिल किया। यही नहीं, योगेंद्र ने सहयोगियों के साथ मिलकर कंई कंपनियां बनाई।
योगेंद्र तिवारी से अगस्त में हुई थी पूछताछ
ईडी ने कथित शराब घोटाला केस की जांच के सिलसिले में योगेंद्र तिवारी से अगस्त महीने में पूछताछ की थी। हालांकि, सूत्रों के हवाले से बताया गया कि योगेंद्र तिवारी जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। सवालों के सही जवाब नहीं दे रहे थे। इस बीच योगेंद्र तिवारी ने स्वीकर किया था कि साल 2021-22 में उनको शराब के थोक व्यापार का ठेका मिला था। यह भी बताया गया कि पूछताछ के लिए वह जो दस्तावेज लाए थे उनमें से अधिकांश ईडी की मतलब का नहीं था।