द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने सांगठनिक बदलाव किया है। इसी के तहत झारखंड के पहले सीएम बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी गई है। पद संभालते हीं बाबूलाल पर विपक्षी दलों ने हमला तेज कर दिया है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ एम तौसीफ ने भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के ऊपर कटाक्ष करते हुए कहा है कि भाजपा टूटी हुई नाव के ऊपर सवार होकर दरिया को पार करना चाहती है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ही बाबूलाल जी भाजपा को बीच मझधार में डूबा देंगे। बाबूलाल के नेतृत्व में चुनाव जीतने की तो दूर की बात है भाजपा अच्छे से चुनाव भी नहीं लड़ पाएगी। उसकी कई वजह है, मरांडी जी ने पहले ही झारखंड की जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता खो दी है। झारखंड की जनता उनके वक्तव्य को गाहे-बगाहे याद करती रहती है जब वे भाजपा को दिन रात कोसते रहते थे।उनका बयान है कि भाजपा में जाने से अच्छा है कुतुब मीनार से कूद जाना या फिर हरिद्वार जाकर गंगा के किनारे तपस्या करना जैसी बातों को लोग आज भी दोहराते रहते हैं।
बाबूलाल ने खो दी अपनी विश्वसनीयता
डॉ. तौसीफ ने कहा कि झारखंड की जनता ने पहले ही बाबूलाल पर विश्वास करना छोड़ दिया था, अब भाजपा के नेता बाबूलाल को साथ देने और नेता मानने को तैयार नहीं हैं। ऐसी स्थिति में 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का खाता खोलना भी मुश्किल हो जाएगा। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि राज्य की जनता भाजपा के सांसदों से प्रश्न पूछ रही है कि सांसदों के द्वारा गांव को आदर्श गांव बनाना, केंद्र सरकार के द्वारा हर साल 2 करोड़ युवा को रोजगार देना, महंगाई कम करना, किसानों से किए गए वादे को पूरा करना जैसे कई मुद्दों का क्या हुआ। अब तो भाजपा सांसद ऐसे सवालों के डर से अपने क्षेत्र में भी नहीं जाते हैं।