द फॉलोअप डेस्क
जापान में सुनामी जैसे भूकंप से 30 लोगों के मरने की खबर है। यहां सोमवार से मंगलवार के बीच 24 घंटे में 155 बार धरती में कंपन की खबर है। वहीं, कुछ न्यूज एंजेंसियों के मुताबिक मरने वालों की असल संख्या इससे कहीं ज्यादा है। लेकिन अधिकारिक तौर पर 30 के मरने की खबर है। जापान के अलग-अलग हिस्से में भूकंप की तीव्रता अलग-अलग मापी गयी है। सबसे अधिक तेज भूकंप सुजू इलाके में आया है। रिएक्टर पैमाने पर यहां की तीव्रता 7.6 मापी गयी है। जापान में इन दिनों कोहरे के साथ कड़ाके की सर्दी भी पड़ रही है। इससे राहत कार्य पहुंचाने में बाधा पहुंच रही है। पूरा जापान भूकंप की चपेट में है।
कई इलाकों से बिजली गायब
भूकंप के कारण कई इलाकों के बिजली खंभे उड़ गये हैं। इससे बिजली बाधित हो गयी है। बिजली नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी अस्पतालों में एडमिट घायलों के इलाज में हो रही है। नदियों का पानी सड़क पर आ गया है। इससे आवागमन में परेशानी हो रही है। कई स्थानों पर नदी का पानी एक झटके साथ सड़क पर आया और कई वाहनों को बहा ले गया। केनू इलाके में ओवरब्रिज पर पानी आ गया है। जानकारों का कहना है कि ओवरब्रिज के चालू होने में एक महीने का समय लग सकता है। भूकंप में तबाही के बाद जापान सरकार ने सोमवार को सुनामी का अलर्ट जारी किया। हालांकि मंगलवार को इस चेतावनी को हटा लिया गया।
पहले 8 के मरने की खबर आयी
सोमवार को जापान की ओऱ से कहा गया कि भूकंप से आठ लोगों की मौत हो गयी है। मंगलवार को ये आंकड़ा 30 तक पहुंच गया है। हालांकि कुछ एजेंसियों ने खबर दी है कि भूकंप से कम से 42 लोगों की मौत हुई है। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। भूकंप के कारण समुद्र में एक से डेढ़ किलोमीटर ऊंची लहरें उठी और ये बंदरगाह के तट से टकरा गयीं। इससे बंदरगाह पर खड़े जहाज और आसपास के घरों को नुकसान हुआ है। कई राज्यों में लोगों को सरकार की ओऱ से घर छोड़ने का निर्देश जारी किया गया है। बेघर हुए लोगों को आसपास के सैन्य ठिकानों पर रुकने के लिए कहा गया है। जापान सरकार की ओर से कहा गया है कि प्रभावित इलाकों में पानी, भोजन, कंबल और दवाइयां पहुंचाया जा रहा है। इस काम में कोहरा और कड़ाके की ठंग से बाधा पहुंच रही है।