रांची:
पाकिस्तान बीते 2 माह से भीषण बाढ़ की चपेट में है। 1300 से ज्यादा लोगों की बाढ़ की वजह से मौत हो चुकी है। इस बीच शंघाई शिखर सम्मेलन में पहुंचे पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल अली भुट्टो ने बाढ़ जैसे हालात में भारत की तरफ से मदद मिली या नहीं, इस संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दिया। विदेश मंत्री बिलावल अली भुट्टो जरदारी ने कहा कि हमने भारत से मदद नहीं मांगी। हम अपने लोगों की मदद कर रहे हैं। कई लोग पाकिस्तान की मदद के लिए आगे आए हैं।
द्विपक्षीय व्यापार जारी रहना चाहिए!
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल अली भुट्टो ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि पाकिस्तान और भारत के प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर एक-दूसरे का खंडन किया है। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी लोग चाहते हैं कि पारगमन व्यापार हो। बिलावल अली भुट्टो ने कहा कि दोनों देशों के संबंध बेहतर होने चाहिए।
We have not sought help from India. We are helping our people & many have come forward to help Pakistan. Relief and rescue operations are underway: Pakistan's Foreign Minister Bilawal Bhutto Zardari on the flood situation in the country pic.twitter.com/wJPVZHJ2XI
— ANI (@ANI) September 16, 2022
भारत को मिली एससीओ की अध्यक्षता
गौरतलब है कि अगला शंघाई शिखर सम्मेलन भारत में होगा। बिलावल अली भुट्टो ने कहा कि चूंकि शंघाई शिखऱ सम्मेलन की अध्यक्षता भारत को जा चुकी है। अगले शंघाई शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान की भागीदारी पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। बिलावल अली भुट्टो जरदारी ने ये भी कहा कि हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान एफएपटीएफ की सूची से बाहर आ जाएगा। हमलोग आतंकवाद से निपटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी प्राथमिकता एफएटीएफ के कारण नहीं है बल्कि पाकिस्तान के लोगों के लिए है। हमारे अपने संकल्प के लिए है।