द फॉलोअप डेस्क
महाराष्ट्र के ठाणे में साइबर अपराधियों ने गेटवे पेमेंट सेवा देने वाली कंपनी के बैंक खाते को हैक कर 16,180 करोड़ रुपये निकाल लिये हैं। ठाणे पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। गेटवे पेमेंट करने वाली कंपनी के अलग-अलग बैंक खातों से ये बड़ी रकम निकाली गयी है। ठाणे क्राइम ब्रांच के एक अफसर की शिकायत के बाद संजय सिंह, अमोल अंदाले. अमन, केदान, समीर दिघे, जितेंद्र पांडेय और कुछ और अन्य लोगों के खिलाफ साइबर क्राइम का मुकदमा दर्ज किया गया है। ठाणे पुलिस ने कहा है कि पूरे मामले का मास्टर माइंड आरोपी जितेंद्र पांडेय हो सकता है। क्योंकि पांडेय ने लगभग एक दशक तक विभिन्न बैंकों में रिलेशनशीप अफसर और सेल्समैन के पद पर काम किया है। इस वजह से उसे बैंकों के वित्तीय लेनदेन की अच्छी तकनीकी जानकारी है। पुलिस का मानना है कि ये अब तक का सबसे बड़ा साइबर क्राइम हो सकता है।
अप्रैल में निकाले थे 25 करोड़
ठाणे पुलिस ने शक जाहिर किया है कि इतने बड़े साइबर क्राइम के पीछे एक बड़ा नेटवर्क शामिल हो सकता है। और इसके पीछे कुछ सफेदपोश लोगों का भी हाथ हो सकता है। ये संभावना जतायी जा रही है कि इस गिरोह ने देश की और भी कंपनियों से ठगी की हो। ठाणे पुलिस ने बताया कि इसी तरह का मामला इस साल अप्रैल महीने में दर्ज किया गया था। जिसमें गेटवे पेमेंट कंपनी के खाते के हैक कर 25 करोड़ रुपये निकाल लेने की शिकायत की गयी थी। इससे पता चलता है कि गिरोह लंबे समय से गेटवे कंपनी के खाते को हैक कर रकम की निकासी कर रहा था।