द फॉलोअप डेस्क
सोशल मीडिया (Social Media) पर छिड़े 'बायकॉट मालदीव' ('Boycott Maldives') अभियान के बीच रांची के पर्यटकों ने भी मालदीप यात्रा रद्द कर दी। राजधानी से करीब 150 लोगों ने अपनी यात्रा रद्द की है। मिली जानकारी के अनुसार सिर्फ एक ट्रेवल एजेंट के पास से मालदीव जाने वालों ने करीब 75 लाख रुपए की बुकिंग को रद्द करा लिया है। शहर में करीब 40 ऐसे एजेंट हैं, जिनके पास पर्यटक मालदीव जाने से इनकार कर रहे हैं। इस बुकिंग की राशि करीब 4 करोड़ रुपए से अधिक बताई गई है। ऐसे में कह सकते हैं कि 'बायकॉट मालदीव' अभियान का असर झारखंड में दिखने लगा है।
मालदीव में 4 रात बिताने की इतनी है कीमत
एक एजेंट ने बताया कि उनके पास कराई गई बुकिंग में करीब 50 पर्यटकों ने वहां जाने से मना कर दिया है। शहर में करीब 40 ऐसे एजेंट हैं, जिनके पास पर्यटक मालदीव जाने से इनकार कर रहे हैं। इस बुकिंग की राशि करीब 4 करोड़ रुपए से अधिक बताई गई है। रांची के एक ट्रेवल एजेंट ने बताया कि मालदीव में 4 रात बिताने के लिए एक यात्री का न्यूनतम दो लाख जबकि अधिकतम चार लाख रुपए खर्च आता है। इस तरह औसतन देखा जाए तो प्रति पर्यटक यह राशि करीब तीन लाख रुपए होती है। इस तरह चार करोड़ की बुकिंग के रद्द होने की स्थिति में यात्रियों की संख्या करीब 133 होती है। उधर, दूसरी ओर रांची के ही एक अन्य ट्रेवल एजेंट ने बताया कि 10 पर्यटकों की यात्रा उनके यहां से लोगों ने रद्द करा ली है। ये करीब 12 लाख रुपए की बुकिंग हुई थी। जबकि दूसरे ने बताया कि उनके पास मालदीव जाने वालों की करीब 20 बुकिंग 15 से 17 लाख रुपए की है, जो अभी रद्द नहीं कराई गई है।
क्या है मुख्य कारण
हाल ही में प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप जाकर वहां के बीच की तस्वीर एक्स पर पोस्ट की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से इस द्वीप पर आकर घूमने की लोगों से अपील की थी। इस पोस्ट पर मालदीव के तीन मंत्रियों ने विवादित टिप्पणी कर विवाद खड़ा किया। टिप्प्णी पर भारतीयों ने मालदीव बायकॉट को सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराना शुरू किया।
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