द फॉलोअप डेस्क
आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि पार्टी 22 जून को 'बालिदान दिवस' के अवसर पर रांची स्थित पार्टी कार्यालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगी। इसमें प्रदेशभर से आजसू पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे। उन्होंने जानकारी दी कि आने वाले 10 दिनों में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी राज्य के विभिन्न प्रखंडों और जिला मुख्यालयों का दौरा करेंगे, ताकि कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा सके।
सुदेश महतो ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस आदिवासियों के लिए बनाए गए पेसा कानून का नया मॉडल लाना चाहती है। उन्होंने कहा कि पेसा कानून का ड्राफ्ट कब तक सार्वजनिक होगा, यह सरकार स्पष्ट नहीं कर रही है। राज्य के आदिवासी लगातार अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह सरकार वाकई गुरुजी के रास्ते पर चल रही है या केवल उनके नाम का उपयोग कर रही है? सुदेश महतो ने आरोप लगाया कि सरकार एक ओर स्कूल खोलने की बात करती है, दूसरी ओर शराब बिक्री को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि यह कैसी 'अबूवा सरकार' है, जिसे जिले की भाषाओं की जानकारी तक नहीं है। झारखंड एक विविधता भरा प्रदेश है और स्थानीय भाषाओं को सम्मान मिलना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार देश 11 वर्षों में 'विकसित भारत' की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है।
झारखंड सरकार की आर्थिक नीतियों पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य एक ओर अराजकता के दौर से गुजर रहा है, दूसरी ओर आर्थिक संकट से भी जूझ रहा है। सरकार सारा धन 'मईया सम्मान योजना' में लगा रही है, जबकि अन्य योजनाओं में कोई प्रगति नहीं दिख रही।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि इस विषय में पार्टी जल्द निर्णय लेगी।
सुदेश महतो ने दोहराया कि पेसा कानून केवल किसी एक राज्य का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरे देश का विषय है। झारखंड सरकार ने आज तक इस कानून की नियमावली नहीं बनाई है। उन्होंने सरकार से मांग की कि पेसा कानून का ड्राफ्ट सार्वजनिक किया जाए और इसे शीघ्र लागू किया जाए।