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IAS छवि रंजन की पत्नी ने आरोपों का किया खंडन, कहा- जमानत खारिज होने का अर्थ यह नहीं की वे अपराधी हैं

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द फॉलोअप डेस्क 

IAS अधिकारी छवि रंजन की पत्नी शीतल झा ने मीडिया में उनके परिवार पर लगाए जा रहे आरोपों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि उनके पति की सर्वोच्च न्यायालय से जमानत अर्जी खारिज होने का अर्थ यह नहीं है कि वह अपराधी हैं। शीतल झा ने बताया कि 15 महीनों से उनके पति जेल में बंद हैं, लेकिन अब तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) को किसी भी प्रकार के पैसे के लेनदेन या भ्रष्टाचार के सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ED के किसी भी अधिकारी ने इस तरह के आरोपों की पुष्टि मीडिया के सामने नहीं की है। 

शीतल झा ने अपनी बात रखते हुए कहा, "न्यायालय से जमानत अर्जी खारिज हो जाना अपराधी होने का प्रमाण नहीं होता। जब तक कोई ठोस सबूत न हो, तब तक किसी के बारे में झूठी खबरें फैलाना गलत है।न तो ED के द्वारा मनी ट्रेल और नहीं रुपए-पैसे से सम्बंधित किसी भी तरह से परिवार के सदस्यों का कोई हाथ नहीं है,परिवार के सदस्य पहले से ही एक कठिन दौर से गुजर रहे होते हैं, और ऐसे में उनके ऊपर इस तरह के निराधार आरोप लगाना केवल मानसिक उत्पीड़न का कारण बनता है।"

शीतल झा ने परिवार के प्रति मीडिया के एक वर्ग द्वारा की जा रही नकारात्मक रिपोर्टिंग पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "जब किसी का कोई अपना मुश्किल में होता है और उसके साथ नहीं होता, तो केवल वही व्यक्ति समझ सकता है कि उस पर और उसके परिवार पर क्या बीत रही है। ऐसे में परिवार को टार्गेट करना गलत है। यदि किसी के पास कोई ठोस सबूत है, तो उसे खुलकर सामने आना चाहिए, लेकिन बिना प्रमाण के इस तरह की अफवाहें फैलाना न केवल अनैतिक है बल्कि न्याय व्यवस्था का अपमान भी है।"

छवि रंजन की जमानत न मिलने पर शीतल झा ने कहा, "15 महीनों में कई लोगों को सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिली है। मुझे पूरी उम्मीद है कि ईश्वर और न्यायालय के न्यायाधीश मेरे पति के साथ न्याय करेंगे, और जल्द ही उन्हें जेल से रिहा किया जाएगा। न्यायालय में हमारा विश्वास अडिग है, और हम पूरी तरह से आशान्वित हैं कि सच्चाई की जीत होगी।"

शीतल झा ने यह भी कहा कि उनके पति निर्दोष हैं और उनका परिवार इस कठिन समय का डटकर सामना कर रहा है। "हमने हमेशा कानून का सम्मान किया है और उम्मीद करते हैं कि न्यायपालिका जल्द ही इस मामले का उचित समाधान निकालेगी। मेरे पति पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं, और यह समय ही साबित करेगा कि सच्चाई क्या है,"

अंत में, शीतल झा ने मीडिया से अपील की कि वे बिना किसी प्रमाण के ऐसी खबरें न चलाएं जो परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा सकती हैं। "हमारी लड़ाई न्याय के लिए है, और हम पूरी तरह से विश्वास रखते हैं कि सच्चाई जल्द ही सामने आएगी," उन्होंने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा
 

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