द फॉलोअप डेस्क :
बृजेंद्र काला ऐसे मंझे हुए कलाकार हैं, जो स्क्रीन पर आते ही दर्शकों के चेहरे पर हंसी ला देते हैं... लेकिन इस बार उन्होंने हंसी के साथ-साथ दर्शकों को रुला भी दिया है। हम बात कर रहे हैं फिल्म 'गुड लक' की जो 5 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। यह एक पारिवारिक फिल्म है जो एक मध्यम वर्गीय परिवार की कहानी दिखाती है। प्रखर श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित इस फिल्म में भले ही आपको कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आएगा लेकिन, बृजेंद्र काला जैसे दिग्गज अभिनेता के साथ फिल्म में काम करने वाले सभी सितारे आपका दिल जीत लेंगे। यह फिल्म मध्य प्रदेश स्थित उजैन के एक मध्यम वर्गीय परिवार के बारे में है, जिसमें बृजेंद्र काला 'पप्पी' नाम के शख्स की भूमिका में नजर आ रहे हैं।
पप्पी के परिवार में उनकी 75 वर्षीय मां 'अंगूरी' (मालती माथुर), उनकी पत्नी और 2 बच्चे हैं। वहीं उनकी 1 बहन भी है, जिसकी शादी को 20 साल हो गए हैं लेकिन, अभी तक उनका 1 भी बच्चा नहीं हुआ है, जो मुंबई में रहती हैं। वहीं, पप्पी भी अपने इलाके के लिए किसी हीरो से कम नहीं है, वह अपने वार्ड से पार्षद के चुनाव में खड़ा हो चुका है।
पप्पी की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा है, लेकिन एक दिन अंगूरी घर के आंगन में गिर जाती है और पप्पी अपनी मां के साथ अस्पताल भागता है, इसी बीच अफवाह फैल जाती है कि अंगूरी की मौत हो गई है। यह अफवाह सुनकर उसकी बहन भी अपने पति के साथ उज्जैन आती है, लेकिन बाद में यह खबर झूठी निकलती है।
लेकिन, कहानी में ट्विस्ट यहीं से शुरू होता है, जब डॉक्टर पप्पी को बताते हैं कि उनकी 75 साल की मां प्रेग्नेंट हैं, क्योंकि उनके पिता डेढ़ महीने पहले तक जिंदा थे और डॉक्टर कहते हैं कि ऐसा हो सकता है, क्योंकि पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। ये सुनकर पप्पी हैरान रह जाता है। वह नहीं चाहते कि उनकी मां अधिक उम्र में मां बनें, क्योंकि इससे उनका पार्षद बनने का सपना टूट सकता है।
वहीं पप्पी की बहन विनती करती है कि मां को बच्चा पैदा करने की इजाजत दी जाए और वह उस बच्चे को अपने बेटे के तौर पर रखेगी ताकि उसका वंश आगे बढ़ सके। किसी तरह पप्पी अपनी बहन के लिए राजी हो जाता है, लेकिन उसके बाद क्या होता है? ये जानने के लिए आपको इसे सिनेमाघरों में जाकर देखना होगा, तभी आपको इन सवालों के जवाब मिलेंगे- क्या पिल्ला पार्षद बन पाएगा, क्या उसकी मां बच्चे को जन्म दे पाएगी? क्या पप्पी की बहन का वंश आगे बढ़ेगा?
आपको बता दें, फिल्म का फर्स्ट हाफ कॉमेडी से भरपूर है, जहां कई ऐसे सीन होंगे जिन्हें देखकर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे, वहीं सेकेंड हाफ इमोशन्स से भरपूर है। फिल्म के गाने भी अच्छे हैं, जो आपके दिल को छू जाएंगे। वहीं, फिल्म की कुछ कमियों की बात करें तो डायलॉग डिलीवरी पर थोड़ा और काम किया जा सकता था। फिल्म में थोड़ी और लोकेशंस को शामिल किया जाना चाहिए था, क्योंकि हमारी आंखों के सामने कुछ ही लोकेशन बार-बार घूमती रहती हैं। कुल मिलाकर यह फुल एंटरटेनमेंट से भरपूर है, जिसे आप एक बार सिनेमाघरों में अपने पूरे परिवार के साथ जाकर देख सकते हैं।