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संसद में खामोश बड़े पर्दे के सुपरस्टार्स, 17वीं लोकसभा में एक शब्द नहीं बोले शत्रुघ्न और सनी देओल

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द फॉलोअप डेस्क 

सिनेमा के पर्दे पर दहाड़ लगाने वाले सुपरस्टार्स संसद में खामोश रहे। मिली रपट के मुताबिक शत्रुघ्न सिन्हा और सन्नी देओल 17वीं लोकसभा में एक शब्द भी नहीं बोले। संसद में नहीं बोलने वाले सांसदों को बोलने के लिए स्पीकर ओम  बिरला ने शून्य काल में आमंत्रित किया। ये सांसद फिर भी कुछ नहीं बोले। ऐसे सांसदों को संख्या 9 है। इनमें से 6 बीजेपी के सांसद हैं। बाकी सांसद तृणमूल सहित अन्य दलों का प्रितिनिधित्व करते हैं। राज्यवार बात करें तो इनमें से 4 कर्नाटक से चुनकर आये हैं। एक अन्य जानकारी के मुताबिक ओम बिरला ने खुद से सन्नी देओल को बोलने के लिए प्रेरित किया, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। हालांकि अब लोकसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। 

जोरदार डॉयलाग डिलिवरी वाले शत्रुघन सिन्हा भी खामोश रहे 

ससंद में नहीं बोलने वाले अन्य सांसदों में प बंगाल के सांसद दिब्येंदु अधिकारी का नाम सामने आता है। अधिकारी बीजेपी के वही सांसद हैं, जिन्होंने सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव का लड़ने के साहस दिखाय और उनको हराया भी। अपने जोरदार भाषणों और बोलने की शैली के कारण वे बंगाल में चर्चा में रहे। लेकिन संसद में उन्होंने बोलना पसंद नहीं किया। संसद में चुप रहने वाले शत्रुघ्न सिन्हा तृणमूल कांग्रेस से ही सांसद है। फिल्मों में वे जोरदार डॉयलाग डिलिवरी के लिए जाने जाते हैं। लेकिन संसद में वे भी चुप ही रहे। 

नहीं बोले बीजेपी के ये नेता भी 

संसद में खामोश रहने वालों में कर्नाटक के चार सांसद हैं। ये सभी बीजेपी के टिकट पर जीत कर संसद पहुंचे हैं। इनमें बीएन बाचे (चिकबल्लपुर), अनंत कुमार हेगड़े (उत्तर कन्नड़ा), वी श्रीनिवास प्रसाद (चामराजनगर) औऱ रमेश सी जिगजिनागी (बीजापुर)। इसी तरह लखीमपुर (असम) से बीजेपी सांसद प्रधान बरुआ और घोसी से जीत कर आये बसपा सांसद अतुल कुमार सिंह का नाम भी ऐसे सासंदों में शामिल है, जिन्होंने संसद में एक बार भी नहीं बोला। इन नौ सांसदों में से कम से कम छह सांसदों ने लिखित रूप से सवाल पूछे। लेकिन तीन ऐसे रहे जिन्होंने न तो बोलकर न तो लिखित रूप से संवाल किया। हालांकि अब 17वीं लोकसभा का कार्यकाल समाप्त होने को है।