द फॉलोअप डेस्क, हजारीबाग:
झारखंड के हजारीबाग में बिहार टीचर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को हिरासत में लिये जाने की घटना पर जिले के पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह ने बड़ी जानकारी दी है। मीडिया से मुखातिब, एसपी अरविंद सिंह ने बताया कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने कल यानी गुरुवार देर रात ही यह सूचना दी थी कि बीपीएससी टीचर भर्ती परीक्षा के सैकड़ों अभ्यर्थियों को हजारीबाग के अलग-अलग स्थानों पर रका गया है। इस सूचना के बाद ही हजारीबाग पुलिस अलर्ट हो गई थी। शुक्रवार को तड़के, हजारीबाग पुलिस ने दबिश देकर सैकड़ों अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया। बरही थाने की पुलिस ने यह कार्रवाई की। कई अभ्यर्थी, कोहिनूर रिजॉर्ट में रूके थे जहां से उनको हिरासत में लिया गया। बिहार पुलिस की टीम अभ्यर्थियों से पूछताछ कर रही है।
शुक्रवार तड़के हिरासत में लिए गये अभ्यर्थी
हजारीबाग पुलिस ने शनिवार को तड़के कोहिनूर रिजॉर्ट सहित आसपास के कुछ अन्य स्थानों से सैकड़ों अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया है। आधिकारिक सूचना तो नहीं दी गई है लेकिन आशंका है कि अभ्यर्थियों को यहां बीपीएससी टीचर भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा का क्वेश्चन पेपर रटवाया जा रहा था। इन्हें, वातानुकूलित बसों के जरिए हजारीबाग लाया गया था। इन्हें, यहीं से बिहार के परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने की योजना थी लेकिन उससे पहले पुलिस पहुंच गई। बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों के पास उनका मोबाइल फोन नहीं था। सभी के पास बीपीएससी टीचर भर्ती परीक्षा का एडमिट कार्ड था। पुलिस को शक इसलिए हुआ क्योंकि, अभ्यर्थी बिहार में होने वाली परीक्षा से पहले झारखंड में क्या कर रहे थे।
जेपीएससी पेपर लीक से मिलता है पैटर्न
बता दें कि बीपीएससी टीचर भर्ती परीक्षा को लेकर कथित धांधली का यह पैटर्न, जेपीएससी सीजीएल परीक्षा में हुए पेपर लीक से जुड़ा हुआ है। जेपीएससी सीजीएल परीक्षा में अब तक की जांच में यह पता चला है कि अभ्यर्थियों को बिहार के गया सहित कुछ अन्य स्थानों पर ले जाकर क्वेश्चन-ऑनर्स रटवाया गया था। इसके बदले में बड़ी रकम नकल माफिया ने लिया था। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने विधानसभा के कर्मी सहित उसके 2 बेटों को गिरफ्तार किया है। बिहार से भी कई गिरफ्तारियां हुई हैं।