पटना:
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने औपचारिक रूप से पार्टी के सभी नीतिगत फैसले लेने का अधिकार तेजस्वी यादव को दे दिया है। सरल शब्दों में कहें तो पार्टी के सभी महत्वपूर्ण फैसले लेने की आजादी अब तेजस्वी को दें दी है। इसका फैसला मंगलवार को हुए राजद के विधानमंडल बैठक में इसका फैसला लिया गया। यह बैठक पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर हुई थी। माना जा रहा है कि तेजस्वी को पार्टी का कोई भी फैसला लेने के लिए अधिकृत करने के बाद वह एक तरीके से अघोषित पार्टी सुप्रीमो बन गए हैं।
जातीय जनगणना को लेकर हुई चर्चा
राजद के विधानमंडल बैठक में बेरोजगारी,महंगाई,और जातीय जनगणना जैसे मुद्दो में चर्चा हुई। राजद की यह बैठक मुख्य रूप से जातीय जनगणना के मुद्दे पर बुलाई गई थी, जिसमें सीएम नीतीश द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक को लेकर चर्चा हुई। राजद की ओर से कहा गया है कि हर हाल में जातीय जनगणना होनी चाहिए ताकि विकास के कार्यों को सही तरीके से धरातल में उतारा जा सके।
यह पार्टी को सर्वसम्मति फैसला राजद नेता
मीटिंग के बाद राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा कि बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि पार्टी की रणनीति से जुड़े हुए फैसले अब तेजस्वी लेंगे। राजद नेता ने कहा- “इस बैठक में तेजस्वी प्रसाद यादव जी को अधिकृत किया गया है, सर्वसम्मति से कि जो संघर्ष के मुद्दे होंगे, जो भी आगे का रास्ता तय करना है, वो सब निर्णय लेने का अधिकार तेजस्वी प्रसाद यादव जी को होगा।”
शिवानंद तिवारी ने की थी मांग
बता दें कि बीते हफ्ते पार्टी नेता शिवानंद तिवारी ने फेसबुक पोस्ट में विधिवत रूप से तेजस्वी को पार्टी की कमान सौंपने की मांग भी की थी। उनकी मांग के बाद ये निर्णय सामने आया है।राबड़ी देवी के आवास पर हुई बैठक में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, विधायक तेज प्रताप यादव, पार्टी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, पार्टी नेता देवेंद्र यादव और रोशन पटेल यादव, पूर्व आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और तेजस्वी यादव मौजूद रहे।