पटना:
ऐसे वक्त में जबकि हनुमान चालीसा बनाम अजान और लाउडस्पीकर का विवाद सुर्खियों में है। लोग इन मुद्दों पर आमने-सामने आ गए हैं। यूपी, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और झारखंड में इस मसले पर सियासत हो चुकी है, बिहार की एक घटना ने गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की है। राजधानी पटना में एक मंदिर का लाउडस्पीकर उस वक्त बंद कर दिया जाता है जब पास ही मस्जिद में अजान की शुरुआत होती है। वहीं, मुस्लिम समुदाय के लोग भी मंदिर के कार्यकलापों में बढ़कर हिस्सा लेते हैं।
इस वक्त बंद हो जाता है लाउडस्पीकर
गौरतलब है कि बिहार की राजधानी पटना में एक मस्जिद से 50 मीटर की दूरी पर स्थित मंदिर का लाउडस्पीकर उस वक्त बंद कर दिया जाता है जब वहां अजान शुरू होता है। मस्जिद भी एक दूसरे समुदाय के प्रति श्रद्धा के प्रतीक के रूप में मंदिर के श्रद्धालुओं की देखभाल करती है। धार्मिक गतिविधियों में सहयोग करती है। मस्जिद के अध्यक्ष फैसल इमाम ने बताया कि हमने रामनवमी पर मंदिर में आने वाले भक्तों को शरबत की पेशकश की। वे सभी लोग मस्जिद के सामने कतार में थे।
Bihar | A temple situated 50-meters apart from a mosque in Patna turns off its loudspeakers during Azaan while the mosque takes care of temple devotees as a mark of reverence towards each other pic.twitter.com/56OFaTuiFL
— ANI (@ANI) May 1, 2022
परस्पर सौहार्द और सहयोग की भावना
फैसल इमाम ने बताया कि वैसे तो मंदिर में पूरे दिन लाउडस्पीकर पर भजन-कीर्तन बजता है लेकिन जब भी अजान का वक्त होता है मंदिर में लाउडस्पीकर बंद कर दिया जाता है। ये परस्पर सहयोग और सम्मान को दिखाता है। पटना के महावीर मंदिर के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने बताया कि ना हमें अजान से परेशानी है और ना ही उन्हें भजन-कीर्तन से दिक्कत है। हम आपस में भाईचारा बनाकर रखते हैं।