द फॉलोअप डेस्क
इश्क़ वो आतिश है गालिब जो लगाए ना लगे और बुझाए न बने. बिहार के एक मास्टर जी ने प्यार में मर्यादा और बंदिशों को मानने से इनकार कर दिया. 10वीं में पढ़ने वाली अपनी नाबालिग प्रेमिका को लेकर दूसरी बार फरार हो गए और शादी रचा ली है. लेकिन मास्टर साहेब की ये आशिकी अब उनपर भारी पड़ने वाली है.प्यार के चक्कर में सर जी के बेरोजगार होने की नौबत आ गई है।
पूरा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है जहां एक शिक्षक ने गुरु और शिष्य की मर्यादा को तार-तार कर दिया। कुढ़नी प्रखंड के छाजन मोहिनी में पदस्थापित 10+2 के शिक्षक ने 10वीं की नाबालिग छात्रा को प्रेम प्रसंग मे फंसा कर दो बार भगाया। पहली बार छात्रा अपने परिजनों के मदद से घर लौट आई। लेकिन इसके बाद भी शिक्षक अपनी आदत से बाज नहीं आया। उसने दूसरी बार भी छात्रा को भगाने का प्रयास किया। जिसके बाद दोनों ने शादी भी कर ली।
मेडिकल अवकाश ले कर की बचने की कोशिश
छात्रा को भगाने के क्रम में शिक्षक ने मेडिकल अवकाश दर्ज करवाई थी। लेकिन जैसे ही शादी की तस्वीरें वायरल होने लगी तो इसकी जानकारी अधिकारियों के पास पहुंच गई। जिसके बाद उसकी मुश्किलें और बढ़ गई। अब उस पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है हालांकि स्कूल के प्रधानाध्यापक एमडी निजामुद्दीन अहमद ने इस पूरे मामले में पर्दा डालने कि कोशिश की है। दूसरी तरफ जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि इस हरकत से शिक्षक ने अपने पद को कलंकित किया है। उसे उसकी सेवा से हटाने का प्रयास जारी है। इस पूरे मामले से पर्दा तब उठा जब शिक्षक बुधवार को स्कूल में योगदान के लिए पहुंचा।
दो गुटों में बंटे शिक्षक
दरअसल, जब शिक्षक बुधवार की सुबह योगदान देने के लिए स्कूल पहुंचे। योगदान के सवाल पर शिक्षक दो गुटों में बंट गए और विरोध करने लगे। बता दें कि संजीव 9 साल से निषाद नियोजन के पद पर स्थापित है। वह 26 जुलाई से ही मेडिकल अवकाश पर थे। इस दौरान उन्होंने मेडिकल समकक्षता कि काउंसलिंग में भी हिस्सा लिया था।
गांव में चर्चा का विषय
वहीं दूसरी तरफ गांव में ये पूरा मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्रामीण इस घटने से बेहद आहत हुए है। ग्रामीणों ने नाराजगी जाहीर करते हुए कहा है कि प्रधानध्यापक को छात्रा और शिक्षक दोनों पर नजर रखनी चाहिए थी। इसके जगह वे मर्यादा को तार-तार करने वाले शिक्षक को बचा रहे है।