पटना:
केंद्र सरकार की ओर से भारतीय सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना की भर्ती प्रकिया में बड़ा बदलाव किया है। अब आर्मी के लिए होने वाली लिखित परीक्षा में हो रही देरी को लेकर भी विरोध किया जा रहा है। इन दोनों ही मुद्दों को लेकर बिहार के छात्रों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। जिसे लेकर बिहार में कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
18 मिनट तक बेवजह प्लेटफॉ़र्म पर रूकी रही ट्रेन
मिली जानकारी के अनुसार, बक्सर के रास्ते पटना जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पर पथराव किया गया। इस बीच काशी-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस करीब 18 मिनट तक बेवजह प्लेटफॉ़र्म संख्या एक पर रूकी रही। इससे रेल प्रशासन और यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर मुजफ्फरपुर में सैकड़ों की संख्या में आर्मी कैंडिडेट सड़क पर उतर आए और उग्र प्रदर्शन किया। शहर के भगवानपुर चौक पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया और साथ ही सड़कों को जाम कर दिया।
2 साल के विलंभ का खामियाजा भरे सरकार
अभ्यर्थियों का कहना है कि ARO के द्वारा 2 साल पहले 8 जिलों के अभ्यर्थियों का फिजिकल और मेडिकल कराया गया था, लेकिन उसके बाद कभी कोरोना तो कभी कोई और बहाना करके लिखित परीक्षा लेने में विलंब किया जा रहा है। इस मामले में कर्नल भी कुछ नहीं बोल रहे हैं ,ऐसे में हम कहां जाएं। वहीं, केंद्र सरकार के 4 साल की सेना की नौकरी को लेकर भी अभ्यर्थी नाराज हैं और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन को उतर आए। अभ्यर्थियों की मांग है कि सीइइ परीक्षा को शुरू की जाए और टूर ऑफ ड्यूटी यानी TOD वापस ली जाए। साथ ही परीक्षा में 2 साल विलंब हुआ है इसके लिए उन्हें 2 साल की छूट दी जाए।
मंगलवार को रक्षा मंत्री ने की थी धोषणा
बता दें कि मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाध्यक्षों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरीये इस योजना की घोषणा की थी। इसके तहत 17.5 साल से अधिक और 21 साल तक की आयु वर्ग के युवाओं को अग्निवीर के तौर पर भर्ती किया जाएगा और उन्हें 4 साल के लिए नौकरी मिलेगी।