द फॉलोअप डेस्क
बिहार के मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सड़कों पर लगाए जा रहे चेतावनी बैरिकेड लगातार चोरी हो रहे हैं। बीते डेढ़ साल में 600 से अधिक लोहे के बैरिकेड गायब हो चुके हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 50 लाख रुपये से ज्यादा है।
स्मार्ट सिटी के तहत ‘सीवरेज सिस्टम एवं अंडरग्राउंड मेन स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज’ प्रोजेक्ट सहित अन्य निर्माण स्थलों पर बैरिकेड लगाए गए थे, जिन्हें लोग रात के अंधेरे में चुरा कर कबाड़ी बाजार में बेच रहे हैं। इन बैरिकेडों पर सावधानी संबंधी संदेश पेंट किए जाते हैं और प्रति बैरिकेड लगभग 7-8 हजार रुपये का खर्च आता है।
निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों के अनुसार, रात 10 बजे के बाद काम खत्म होने पर साइट पर कोई निगरानी नहीं रहती, जिसका फायदा उठाकर चोर और असामाजिक तत्व बैरिकेड उठा ले जाते हैं। स्पाइनल रोड और अन्य निर्माण स्थलों पर भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई हैं।
यह चोरी केवल सड़क किनारे तक सीमित नहीं है, बल्कि कैंप साइट्स पर भी हो रही है। दाउदपुर कोठी स्थित साइट से पहले भी चोरी की एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। कुछ मामलों में चोरों को पकड़ा भी गया है, लेकिन इसके बावजूद घटनाएं नहीं थमी हैं।
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीनियर मैनेजर प्रेमदेव शर्मा ने बताया कि बैरिकेड गायब होने की शिकायतें मिली हैं। कुछ दुकानदारों द्वारा भी अपनी दुकान के सामने से बैरिकेड हटाए जाने की वजह से वे चोरी हो गए।
प्रशासन और स्मार्ट सिटी प्रबंधन अब इस चुनौती से निपटने के लिए समाधान तलाशने में जुटा है।