पटना:
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सोमवार को आस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि रविवार को पटना में राबड़ी आवास में अपने नए कमरे में जाने के दौरान संतुलन बिगड़ने से वे सीढ़ी से गिर गए। जिससे उनके दाहिने कंधे की हड्डी में फ्रैक्चर और कमर में चोट आई है। हालांकि उन्हें डॉक्टर से दिखाया गया है। प्राथमिकी इलाज के बाद डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है। सुबह शुगर लेवल बढ़ने के कारण पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इस दौरान उनके साथ उनके दोनों बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप मौजूद थे।
आईसीयू में एडमिट किया गया
पारस हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ आसिफ रहमान ने बताया कि लालू प्रसाद यादव को देर रात लगभग 3:30 बजे पारस अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था। कंधे में लगी चोट के कारण उनकी हालत थोड़ी बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में एडमिट किया गया है। जहां उनकी पहले की बीमारियों को ध्यान में रखते हुए उनका इलाज किया जा रहा है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और डॉक्टरों की निगरानी में लालू प्रसाद हैं।
राबड़ी आवास के बाहर लगी भीड़
यह खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गयी। जिसके बाद लालू के पार्टी के कार्यकर्ता से लेकर उनके चाहने वालों ने राबड़ी आवास के बाहर भीड़ लगा दिया। लेकिन डॉक्टर ने उन्हें आराम करने को कहा है जिस कारण वे किसी से मुलाकात नहीं कर पाए।
सिगांपुर जाने के लिए कोर्ट की तरफ से मिली मंजूरी
बता दें कि लालू यादव को सिगांपुर जाने के लिए कोर्ट की तरफ से मंजूरी मिल गई है। उन्हें कोर्ट ने उनका पासपोर्ट वापस कर दिया था। क्योंकि उन्होंने सिंगापुर में अपनी किडनी ट्रांसप्लांट कराने की इच्छा जाहिर की थी। बताया जाता है कि वह पिछले 1 साल से सिंगापुर के डॉक्टर के संपर्क में हैं। पिछले साल नवंबर में भी इस बात की चर्चा हुई थी कि वे सिंगापुर में अपना किडनी ट्रांसप्लांट करा सकते हैं। साथ ही उन्होंने कुछ दिन पहले सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले BJP नेता आरके सिंह से मुलाकात की थी और पूरी जानकारी ली थी।
पालामू जिले में हादसा
वहीं हाल ही में झारखंड के पालामू जिले में कोर्ट में पेश होने आए थे। उस दौरान उनके कमरे में लगे पंखे में आग लग गई थी। इस दौरान लालू यादव डाइनिंग टेबल पर बैठकर नाश्ता कर रहे थे। हालांकि, तब लालू यादव को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा था। तब आठ जून को पलामू सिविल कोर्ट में लालू यादव की पेशी होनी थी, जिसे लेकर वो तीन दिन के लिए झारखंड आए थे।