द फॉलोअप डेस्क
उत्तर प्रदेश के के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर भड़की हिंसा में अब तक 5 लोग मारे गये हैं। प्रशासन की ओर स्कूल-कॉलेज बंद कर दिये गये हैं औऱ इंटरनेट सेवा को भी 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। हालात कर्फ्यू जैसे बने हुए हैं। वहीं अबतक पुलिस ने 25 लोगों को हिरासत में लिया है। घटना स्थल के आसपास भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। साथ ही खुफिया विभाग की टीम को इनपुट जुटाने के लिए एक्टिव किया गया है। पुलिस मुखबिरों के सहारे तमाम सूचना ले रही है। हिंसा फैलाने के आरोप में 2500 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। मिली खबर के मुताबिक जिले के एक विधायक का बेटा भी आरोपी बनाया गया है। एसपी संभल ने बताया कि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ और स्थानी सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल को भी आरोपी बनाया गया है।
बता दें कि जामा मस्जिद की जमीन पर पहले हरिहर मंदिर होने का दावा करते हुए एक याचिका लगाई गई थी। जिला कोर्ट के आदेश पर रविवार को आनन-फानन में मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसके बाद इसमें 4 लोग मारे गये।
इधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को X पर लिखा है, "संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना - जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है। भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं। मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें। हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।"
दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने सोमवार को कहा कि संभल में सर्वे न्यायालय के आदेश से हुआ था। न्यायपालिका के निर्णय पर अगर कार्यपालिका काम कर रही है। उस पर पथराव हुआ, किस तरह से ये परिस्थितियां बनीं इसकी जांच चल रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
पुलिस के अनुसार, संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर रविवार को किए गए सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी, पुलिस से भिड़ गए थे। पुलिस ने बताया कि इस हिंसा के दौरान हुई गोलीबारी तथा पथराव में 4 लोगों की मौत हो गई और कुल 20 लोग घायल हो गए। उसने बताया कि पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) संजीव कुमार के पैर में गोली लगी है। जबकि उप जिलाधिकारी रमेश चंद्र के पैर की हड्डी टूट गई है। पुलिस ने बताया कि संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी छर्रे लगे हैं।
हिंसा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने आगामी 30 नवंबर तक जिले में बाहरी लोगों की एंट्री पर बैन लगा दी है। अब किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को जिले में एंट्री के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर कर दावा किया गया है कि चंदौसी के कोट मोहल्ले में जहां जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था। हिंसा के आरोप में यूपी पुलिस ने अभी तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।