पटना:
15 जुलाई को राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Presidential candidate Yashwant Sinha) बिहा दौरे पर थे। महागठबंधन की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने ने केंद्र सरकार (Central Minister) को जमकर खरी-खोटी सुनाई और साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(CM Nitish Kumar) पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि जब से विपक्षी दल ने मुझे राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया, तब से मैंने कई बार संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने मेरे से संपर्क करना बेहतर नहीं समझा। अगर नीतीश कुमार को बिहार की चिंता है तो उन्हें मुझे समर्थन करना चाहिए। बिहार के मुख्यमंत्री को भी मैंने कई बार कॉल किया, संदेश पहुंचाया कि मैं उनसे बात करना चाहता हूं। लेकिन स्टेटस की तुलना में शायद मैं इतना नीचे था, इसलिए उन्होंने मुझसे बात करना उचित नहीं समझा।
बिहारी होने पर गर्व
पटना वह शहर है, जहां मैं पैदा हुआ था, जहां मेरा बचपन और जवानी गुजरी हैं। पटना विश्वविद्यालय में शिक्षक रहा और उसके बाद आईएएस में आने के बाद बिहार कैडर मुझे मिला। जिसके बाद मैने बहुत दिनों तक आईएएस के रूप में राज्य को सेवा दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि मुझे बिहारी होने पर गर्व है और मुझे इस बात की खुशी है कि इस अभियान के सिलसिले में मैं अपने जन्म स्थान पर आया हूं।
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अभी खबर आई है कि संसद भवन के अंदर कोई धरना भी नहीं दे सकता है। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार को अब यह भी आदेश पारित करना चाहिए कि सांसद क्या कपड़ा पहन के आएंगे, एक लाइन में बैठ जाएंगे और उसके मुंह पर पट्टी लगी होगी। देश की संसद का इतना पंगु बनते हुए मैंने नहीं देखा। यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस देश में प्रजातंत्र समाप्त हो गया है। अगर देश की जनता नहीं जागी तो इससे भी भयंकर रूप देखने को मिल सकता है।
अग्निपथ योजना पर उठाए सवाल
उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर कहा कि इस योजना को लेकर बिहार में सबसे ज्यादा बवाल हुआ, जो लाजिमी था। साथ ही कहा कि 4 साल के बाद वह नौजवान कहां जाएगा? अग्निवीर बाद में सड़क वीर बनेगा। उसके बाद देश की सड़कों पर उत्पात होगा, उसकी कल्पना हम आज नहीं कर सकते है। इसके साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जमकर सराहना की।
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोटिंग होने हैं। चुनाव आयोग के अनुसार 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे। 29 जून नामांकन की आखिरी तारीख थी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से जहां द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है। यशवंत सिन्हा 15 जुलाई को बिहार दौरे हैं। जबकि द्रौपदी मुर्मू का बिहार दौरा हो चुका है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में चुने हुए प्रतिनिधि ही वोट डाल सकते हैं।