पटना:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने राज्यपाल फागू चौहान (Fagu Chauhan) को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसके साथ ही नीतीश ने नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है। मतलब अब चीजें पूरे तरीके से साफ हो गए है कि बिहार में एकबार फिर महागठबंधन की सरकार होगी। बता दें कि नीतीश राज्यभवन अकेले पहुंच गए थे। कहा जा रहा था उनके साथ राज्यभवन तेजस्वी यादव(Tejashwai Yadav) भी जाएंगे। इससे बाद नीतीश राबड़ी देवी (Rabri Devi) से मुलाकात के लिए गए हैं।
भाजपा ने मुझे अपमानित किया
मुख्यमंत्री आवास पर नीतीश कुमार ने जेडीयू के विधायकों के साथ बैठक की। हालांकि कहा जा रहा कि यह बैठक आरसीपी सिंह प्रकरण मामले को लेकर की जा रही है लेकिन, सुबह से एहतियात भी बरती जा रही थी। विधायकों को मीडिया से बात करने या मीटिंग में फोन ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई थी। इस बैठक नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा हमेशा हमें कमजोर करने की कोशिश की। भाजपा ने मुझे अपमानित किया। 2013 से लेकर अब तक भाजपा ने सिर्फ धोखा ही दिया।
एक-दो दिन फिर शपथ ले सकते है नीतीश
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश एक-दो दिन में शपथ ग्रहण करेंगे। बता दें कि मंगलवार का दिन बिहार की सियासत के लिए काफी अहम माना जा रहा था। सुबह तक जो तस्वीरे धुधली दिख रही थी अब बिल्कूल साफ हो चुकी है।
नीतीश कुमार होंगे महागठबंधन के मुख्यमंत्री
मंगलवार सुबह से ही राज्य में बैठकों को दौर शुरू था। पहले भाजपा ने अपने विधायकों के साथ बैठक की इसके बाद आरजेडी ने भी अपने विधयकों और सांसदों के साथ बैठक की। RJD, कांग्रेस और वामदलों ने नीतीश सरकार को समर्थन देने के लिए पत्र तैयार कर लिया है। इसी बीच कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा है कि नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे। सब कुछ तय हो गया है।
नीतीश कुमार ने राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपा
राज्यपाल को इस्तीफा सैोंपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी से रिश्ता तोड़ने का फैसला पार्टी का था। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से अलग होना चाहते थे। सभी सांसद और विधायक यही चाहते थे। हमने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागु चौहान को 160 विधायकों का समर्थन सौंपा है।