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Patna : बिहार के सीमांचल इलाके के मुस्लिम युवा PFI के टारगेट में थे, अतहर ने किया खुलासा 

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पटनाः
16 जुलाई को झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) के रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर का आतंकवाद (terrorism) से कनेक्शन सामने आया था। बताया जा रहा है कि आतंकवादी संगठन सिमी (terrorist organization SIMI) से कॉनेक्शन था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। दोनों आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य है, साथ ही ये दोनों देश विरोधी गतिविधियों में लोगों को शामिल होने के लिए मुहिम चला रहे थे। दोनों को पटना के फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में अतहर परवेज वहीं दूसरा झारखंड पुलिस से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर मोहम्मद जलालुद्दीन शामिल है। अब इस मामले में नये नये खुलासे हो रहे हैं । दरअसल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के टारगेट पर बिहार का सीमांचल इलाका था। इस संगठन के लोगों की प्लानिंग ब्रेन बॉश कर सीमांचल के बेरोजगार व अशिक्षित मुस्लिम युवाओं को PFI से जोड़ने की थी। इन्हें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देनी थी। रिमांड के दौरान अतहर परवेज ने इसका खुलासा किया है। पूछताछ में उसने बताया है कि पूर्णिया, अररिया, फारबिसगंज, किशनगंज, मधुबनी और दरभंगा में रहने वाले मुस्लिम युवा उनके टारगेट में थे।

 


सारा प्लान रेडी था
अधिकारियों को अतहर परवेज ने यह भी बताया है कि पूर्णिया को PFI अपना हेडक्वार्टर बनाना चाहती थी। वनभाग इलाके में इसके लिए तीन मंजिला बिल्डिंग भी मिल गया था। जिसका किराया 40 हजार था। इसके पीछे दो मुख्य मकसद थे। पहला कि यहां से सीमांचल इलाके में अपना कब्जा जमाने में PFI को आसानी होती। दूसरा कि अगर कुछ गड़बड़ी हुई तो वहां से नेपाल या बांग्लादेश तुरंत ही भाग जाते। सबकुछ प्लान के हिसाब से हो रहा था।


कल शाम भेजा गया जेल 
बता दें कि 18 जुलाई की शाम दोनों को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया था। सूत्रों के अनुसार इस बीच SC-ST थाना में PFI के अतहर परवेज और अरमान मलिक से 36 घंटे में 8 राउंड की पूछताछ हुई। जिसमें अतहर परवेज ने कई राज उगले। इन दोनों से पटना पुलिस, ATS और सेंट्रल एजेंसियों की टीम ने पूछताछ की। कई बार अकेले तो कई बार दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई