डेस्क:
बिहार (Bihar) के भोजपुर जिले (Bhojpur) से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक मां अपने बेटे का फोटो लेकर दर-दर भटक रही है। बताया जा रहा है कि उस महिला का बेटा काम करने से लिए घर से निकला था। उसके बाद उसके मौत की खबर आई। युवक अपने घर में अकेला कामाने वाला था। जिसके मरने के बाद परिवार बिखर सा गया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है वही मृतक की मां बेटे की तलाश में गली-गली भटक रही है। पुलिस (Bihar Police) मामले की छानबीन में जुटी है।
घर से काम पर जाने के लिए निकला था
मामला कोईलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत बीरमपुर गांव का है। जहां से मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे स्व.राजकुमार राम का 45 वर्षीय एकलौता पुत्र सुनील राम काम पर जाने के लिए निकला था। जब वह रात को घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां ने सभी रिश्तेदारों के फोन कर बेटे के बारे में पूछाताछ की लेकिन सभी ने बताया कि आपका बेटा यहां नहीं आया है। बेटे की चिंता में मां बेटे का फोटो लेकर जगह-जगह उसे ढूढ़ने निकल गई।
आरा सदर अस्पताल में मिला बेटे का शव
बता दें कि एक बार मृतक ने अपनी मां को बताया था कि मैं ज्ञानपुर सरकारी महुआ के पास सोने जाता हूं। उसी बात को सोचकर जब उसकी मां उसका फोटो लेकर ज्ञानपुर गांव में पहुंची तो वहां का स्थानीय लोगों ने बताया कि एक युवक का शव ज्ञानपुर एवं बीरमपुर गांव के बीच नहर के किनारे यहां पड़ा था। जिसे गीधा ओपी पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया है। सूचना पाकर वह आरा सदर अस्पताल पहुंची और पोस्टमार्टम गृह में जाकर उसके शव को देख उसकी पहचान की।
महिला ने देवर पर लगाया बेटे के हत्या का आरोप
वहीं मृतक की मां ने अपने देवर पर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। महिला ने बताया कि उनका देवर नंद कुमार राम बराबर उन्हें कहता था कि मैं तुम्हारे घर में एक भी दीया जलते रहने नहीं दूंगा। इसी बात को लेकर उन्होंने अपने ही देवर नंद कुमार राम पर अपने पुत्र को खिला-पिलाकर मeरने की आशंका जताई है।
घर पर एकलौता कमाने वाला था सुनिल
सुनील राम (मृतक) की शादी वर्ष 2010 में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पिरौटा गांव निवासी दुर्गा से बड़े ही धूमधाम से हुई थी। इनके तीन बेटी श्रृष्टि (10), लक्ष्मी(7) और सारा (3) है। पिता के मौत के बाद सुनील अपने घर के लिए एकलौता कमाने वाला था जो अपने तीनों बेटी समेत घर का पालन पोषण करता था।