पटना:
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। इन दिनों बिहार की सियासत में सरगर्मी तेज है। ऐसे परिस्थति में मानसून सत्र में जोरदार हंगामा होनी की उम्मीद है। विपक्ष की ओर से सरकार के लिए तीखे सवालों की बारिश इस गर्मी को पारा कम नहीं बल्कि और बढ़ा देगें। इससे बचने के लिए सत्ताधारी NDA अपनी रणनीति तैयार करने में जुटी है। इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पार्टी के साथ अपने आवास पर अहम बैठक भी बुलाई थी।
सत्र में कुल पांच बैठक होंगे
बता दें कि इस सत्र से पहले हुए कुछ मामले चाहे जनसंख्या नियंत्रण का हो या फिर जातिगत गणना, विशेष राज्य का दर्जा, राष्ट्रपति चुनाव, बिहार में लॉ एंड ऑर्डर या फिर RRB रेलवे भर्ती का मसला हो या हाल फ़िलहाल में हुए अग्निपथ योजना का मुद्दा हो इनपर विपक्षी दल के हंगामे की पूरी उम्मीद है। बता दें कि इस सत्र में कुल पांच बैठक होंगे। 24, 27, 28, 29 और 30 जून को सदन की कार्यवाही चलेगी। इस दौरान दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2022-23 का प्रथम अनुपूरक बजट पेश होगा और राजकीय विधेयक पारित होने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विधायी कार्य किये जाएंगे।
स्पीकर ने दिया प्रारंभिक संबोधन
पहले दिन ही शुक्रवार को विधानसभा में प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। साथ ही, दोनों सदन के नए सदस्यों का शपथ होगी। 27 और 28 जून को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्य होंगे। 29 जून को अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद और सरकार का उत्तर होगा। 30 जून को गैर सरकारी संकल्प पेश लिए जाएगा। आज की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हो चुकी है। सत्र की शुरूआत स्पीकर विजय कुमार सिन्हा अपनी प्रारंभिक संबोधन से किया।
शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे विभाग के नहीं होेंगे सवाल
इस सत्र के लिए दोनों पक्ष पूरी तरह तैयार कोई अपने सवालों के साथ तो उन सवालों के जवाब के साथ तैयार है। 5 दिनों के लिए आयोजित हो रहे इस मानसून सत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे विभाग के सवाल नहीं पूछे जाएंगे। इसके अलावा कई और विभाग हैं जिसके प्रश्न इस बार ना तो बिहार विधानसभा में आएगा और ना ही बिहार विधान परिषद में पूछे जाएंगे।बता दें कि बिहार विधान मंडल की जो नियमावली है उसके मुताबिक इन विभागों के सवाल नही आएंगे।