द फॉलोअप डेस्क
बिहार के सियासी माहौल में इस वक्त बड़ा हलचल मची हुई है। इसकी वजह हैं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव का हाल में दिया गया बयान। जानकारी हो कि लालू यादव ने कहा था कि जब तक वे हैं, तब तक बिहार में BJP (NDA) की सरकार नहीं बन सकती। उनके इस बयान के बाद BJP के नेता उनके खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। अब इसमें MSME मंत्री जीतन राम मांझी भी कूद पड़े हैं।
पहले खुद के घर को देखें लालू- जीतन राम मांझी
मिली जानकारी के अनुसार, जीतन राम मांझी ने लालू यादव के भविष्यवाणी वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि लालू प्रसाद कोई भविष्यवक्ता नहीं हैं। उन्होंने कहा, "लालू यादव पहले अपने घर की स्थिति पर ध्यान दें और देखें कि वहां क्या हो रहा है। वे भविष्य के बारे में क्यों नहीं कुछ बोलते? खुद के हालात पर बात करें, पहले यह बताएं कि उनका क्या होगा।"
24 फरवरी को भागलपुर आ रहे हैं पीएम मोदी
बताया जा रहा है कि मांझी ने भरोसा जताया है कि बिहार में 2025 में NDA की सरकार बनेगी। उनका दावा था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA 225 सीटों पर जीत हासिल करेगी और सरकार बनाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के विकास को लेकर गंभीर हैं और 24 तारीख को भागलपुर में आने वाले हैं, जहां बिहार को और कुछ तोहफे मिलेंगे।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन का किया समर्थन
वहीं, मांझी ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने का समर्थन भी किया मांझी ने कहा कि वहां की स्थिति को देखते हुए यह कठोर कदम उठाना पड़ा। उन्होंने इस निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए जरूरी था।
हालांकि, इसी बीच गुरुवार को लालू प्रसाद ने कहा था कि दिल्ली के चुनाव परिणाम का बिहार पर कोई असर नहीं पड़ेगा और 2025 में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनेगी। लेकिन, BJP के नेताओं का मानना है कि लालू यादव केवल सपना देख रहे हैं।