गया
आरजेडी (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद को डोरंडा कोषागार मामले में दोषी ठहराये जाने पर जीतन राम मांझी ने अपना दर्द जाहिर किया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने गुरुवार को गया स्थित फॉर्म हाउस पर प्रेस वार्ता बुलाई। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लालू यादव को दोषी ठहराये जाने से गरीब हताश हैं। उन्होंने कहा कि लालू यादव एक समाजवादी नेता के तौर पर उभरे थे। इसी वजह से उनको बार-बार जेल जाना पड़ा है। जीतनराम मांझी ने कहा कि हालांकि मामला न्यायालय से जुड़ा है। न्यायाधीश मामले को बेहतर समझते हैं। मैं उस पर टिप्पणी नहीं करूंगा।
लालू यादव के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की
जीतनराम मांझी ने लालू के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। जीतनराम मांझी ने लालू यादव की तुलना भगवान राम और श्रीकृष्ण से की। कहा कि जैसे श्रीराम को बार-बार घर छोड़कर जाना पड़ा और श्रीकृष्ण भी जेल में रहे। जीतनराम मांझी ने कहा कि उस समय क्या परिस्थिति रही होगी, ये उस समय के लोग बेहतर समझते होंगे। आज के परिवेश में भी लालू यादव को बार-बार जेल जाना पड़ता है।
मुख्यमंत्री बनने की इच्छा भी जताई
इस बीच गया के इमामगंज विधानसभा स्थित रानीगंज में आयोजित संत शिरोमणि जयंती समारोह के दौरान जीतनराम मांझी ने मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में दोबारा प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की। जीतनराम मांझी ने काह कि नीतीश कुमार को विकास के लिए 17 साल मिला और मुझे 7 महीना। जीतनराम मांझी ने कहा कि जब मुझे मौका मिला तो क्या मैंने किसी से कम काम किया? उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला तो खुद को साबित करेंगे।