द फॉलोअप नेशनल डेस्क:
बिहार के जमुई जिला में एक सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका की करतूत से पूरा महकमा शर्मिंदा है। दरअसल, प्रधानाध्यापिका ने स्कूल के ऑफिस को अपना बेडरूम बना लिया और पति के साथ वहीं रह रही थी। केवल इतना ही नहीं, प्रधानाध्यापिका ने ऑफिस में ही टीवी, फ्रिज, कूलर, गोदरेज सहित सुख-सुविधा का और सामान लगवा लिया था। मामला सामने आया तो डीएम ने अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ जाकर स्कूल का निरीक्षण किया और प्रधानाध्यापिका को फटकार लगाई। यह पूरा मामला बिहार के जमुई जिला स्थित खैरा प्रखंड के हाड़खाड़ पंचायत का है।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरदौन का मामला
जमुई जिला के खैरा प्रखंड अंतर्गत हाड़खाड़ पंचायत में उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरदौन है। यहां की प्रधानाध्यापिका हैं शीला हेम्ब्रम। शीला हेम्ब्रम पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल के ऑफिस को अपना बेडरूम बना लिया। यहीं घर का सारा सामान रखा है और पिछले 1 महीने से पति के साथ यहीं रहती हैं। इस स्कूल में क्लास 1-8 तक की पढ़ाई होती है। स्कूल में कक्षा 8 तक की पढ़ाई के लिए महज 3 कमरे हैं। तिसपर भी एक कमरे को प्रधानाध्यापिका ने कब्जा कर लिया है जो नियमों के विरुद्ध है। डीएम ने जांच का आदेश दिया है।
मकान बनवाने के लिए बच्चों की मजदूरी
जांच में यह बात सामने आई है कि शीला हेम्ब्रम का मायका भी बरदौन में है। वह गांव में ही मकान बनवा रही हैं। मकान बनवाने के लिए उन्होंने स्कूल में घर का सारा सामान शिफ्ट कर लिया। केवल इतना ही नहीं, शीला हेम्ब्रम पर आरोप है कि वह मकान बनवाने के लिए स्कूली बच्चों से ही मजदूरी करवा रही हैं। बच्चे, पढ़ाई छोड़कर मकान बनाने में गिट्टी, बालू, छड़ और सीमेंट ढोने का काम करते हैं। किसी ने इसका वीडियो बनाकर वायरल किया तो मामला सामने आया।
जिलाधिकारी ने स्कूल का दौरा किया
सोमवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी, सिविल सर्जन डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। प्रधानाध्यापिका को बुलाकर फटकार लगाई। स्कूल का मुआयना किया। रसोई और क्लासरूम की स्थिति का जायजा भी लिया।