हाजीपुर:
बिहार(Bihar) के हाजीपुर (Hazipur) का यह केला बेहद फायदेमंद है। यही कारण है कि देश में प्रसिद्ध (India’s famous) चिनिया केले की जगह अब यह केला ले रहा है। हाजीपुर का कोठिया केला पेट गंभीर समस्या से लेकर फैटी लीवर (Fatty liver) के इलाज में काफी सहायक साबित हो रहा है। ब्लड शुगर को कंट्रोल(Sugar control) करने के लिए भी लोग कोठिया केला खा रहे हैं।
कोठिया केला की डिमांड बढ़ी
कोठिया केला हाजीपुर और मुजफ्फरपुर में अधिक होता है। हाजीपुर के सचिन कुमार का कहना है कि उनके पास महज 2 बीघा जमीन है। वह पार्ट टाइम इस पर केले की खेती करते हैं। रोजाना 2 घंटे समय देने से साल में 50 हजार रुपए कमाते हैं। सचिन की मानें तो चिनिया केला की जगह कोठिया केला की डिमांड बढ़ी है, इस कारण से हाजीपुर के किसान अब चिनिया की जगह कोठिया केला की खेती कर रहे हैं।
पेट की दवा के रूप में इसी केले का इस्तेमाल
किसान कैलाश राय बताते हैं कि इसी केले की पूजा होती है और इसी से ही पेट की दवाई की जाती है। पटना से लेकर राज्य के अन्य जिलों में पेट की दवा के रूप में इसी केले का इस्तेमाल किया जाता है। कैलाश बताते हैं कि पटना में भी लोग डिमांड कर इसी केले को मंगाते हैं। उनका कहना है कि जो लोग केला ले जाते हैं, वह बताते हैं कि इससे पेट की बीमारी ठीक हो जाती है।
डॉक्टर ने कहा फायदेमंद है यह केला
पटना के फिजीशियन डॉ. राणा एसपी सिंह का कहना है कि कोठिया केला काफी फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो पेट और लीवर के लिए काफी फायदेमंद होता है। फाइबर सेहत के लिए हमेशा फायदेमंद होता है। केले में आयरन की मात्रा भी अधिक होती है। प्रचूर मात्रा में आयरन होने से अगर इसका नियमित उपयोग किया जाए तो शरीर में कभी खून की कमी होगी ही नहीं।
लीवर को फाइबर ठीक करेगा और पेट को भी इससे मदद मिलेगी, वहीं आयरन से खून का लेबल सही होता है। अगर केले का अच्छा से यूज करें तो खून का स्तर हमेश अच्छा रहेगा।