द फॉलोअप डेस्क
बिहार के मुजफ्फरपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां बिजली विभाग ने एक युवक के जीवित पिता को मृत घोषित कर दिया। साथ ही युवक को बिजली चोरी का आरोपी बना दिया। मामला शहर के वार्ड 45 स्थित आनंद बाग मोहल्ले का है। इस मामले में युवक अंकित कुमार ने विद्युत कार्यपालक अभियंता विजय कुमार से न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि, विभाग की तरफ से उसे अब तक कोई राहत नहीं मिल पाई है।इसे लेकर अंकित कुमार का कहना है कि बिजली विभाग के जेई सूरज कुमार और उनकी टीम ने राजनीतिक प्रभाव के तहत उसे और उसके परिवार को झूठे आरोपों में फंसा दिया है। अंकित प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। उसने बताया कि इस FIR से उसका भविष्य दांव पर लग गया है। अंकित ने कहा कि जेई ने छापेमारी के दौरान अंकित के घर में विद्युत चोरी का आरोप लगाते हुए यह दावा किया कि उसके पिता विजय कुमार के घर पर छापेमारी की गई थी। हालांकि, युवक के पिता जीवित हैं और मोतीझील में एक कपड़ा दुकान में काम करते हैं।
जांच का विषय बना मामला
FIR में लिखा गया है कि अंकित के पिता स्वर्गीय विजय कुमार के घर पर बिजली चोरी की कार्रवाई की गई। इससे विभाग को 74,328 रुपये का नुकसान हुआ। अंकित ने इसे पूरी तरह से झूठा बताया और आरोप लगाया कि छापेमारी में कोई भी विद्युत चोरी का प्रमाण नहीं मिला था। वह विभाग के कार्यालयों में दौड़ते हुए न्याय की उम्मीद लगाए हुए है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो रही।
बिजली विभाग के जेई ने अपनी सफाई में कहा है कि छापेमारी के दौरान अंकित के परिवारवालों ने विजय कुमार को मृत बताया था। उसका वीडियो बयान भी लिया गया था। ऐसे में पूरा मामला अब जांच का विषय बन गया है, जिसमें सच का पता लगाना बाकी है।