द फॉलोअप डेस्क
बिहार की राजधानी पटना जिले के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की मासिक मूल्यांकन में स्थिति बेहद चिंताजनक रही है। विभाग द्वारा दिसंबर माह के लिए जारी CO रैंकिंग में पटना जिले के बिहटा अंचल को अंतिम स्थान प्राप्त हुआ। जबकि नीचे से दूसरे स्थान पर भी पटना का धनरूआ अंचल रहा। इस माह के मूल्यांकन में मुजफ्फरपुर जिले के पारू अंचल ने सबसे बेहतर प्रदर्शन करते हुए पहले स्थान पर अपनी जगह बनाई है।
मुजफ्फरपुर ने किया व्यापक सुधार
बताया जा रहा है कि पटना के अन्य अंचल जैसे नौबतपुर, दुल्हिन बाजार, दनियावां, फतुहा, बिक्रम और पुनपुन भी 516वें स्थान के बाद हैं। यह विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता को दर्शाता है। इसके विपरीत मुजफ्फरपुर जिले के पारू अंचल ने व्यापक सुधार दिखाते हुए अपने प्रदर्शन को शीर्ष पर पहुंचाया। वहीं, वैशाली जिले के पातेपुर और महुआ अंचल भी शीर्ष 5 में स्थान बनाने में सफल रहे।
इन आधारों पर किया जाता है मूल्यांकन
इस मूल्यांकन में विभिन्न मानकों जैसे परिमार्जन प्लस, म्युटेशन, अभियान बसेरा, आधार सीडिंग, आनलाइन एलपीसी, ई मापी, जमाबंदी और सरकारी जमीन की इंट्री के आधार पर जिलों की रैंकिंग की जाती है। कुछ अंचलों में कार्य में तेजी आई है, उदाहरण के लिए सीतामढ़ी का बैरगिनिया अंचल नवंबर में 147वें नंबर पर था, जो दिसंबर में 21वें नंबर पर आ गया। इसी तरह कैमूर जिले का नुआंव अंचल 103वें स्थान से छलांग लगाकर 19वें स्थान पर आ गया।
मोहनपुर CO ने दिया अंचल कर्मियों को निर्देश
वहीं, दूसरी ओर गया जिले के मोहनपुर CO रंजीत कुमार ने लंबित कार्यों में तेजी लाने के लिए अंचल कर्मियों को निर्देश दिया है। उनका कहना है कि अंचल कार्यालय में जमीनी कार्य पिछले 4 महीने से लंबित थे। क्योंकि कई बार CO के पद पर बदलाव हो चुके थे। अब कार्य में तेजी लाने के लिए अंचल कर्मियों ने देर रात तक काम करना शुरू कर दिया है। इससे लंबित मामलों में कमी आई है।