पटना:
केंद्र द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में आज भी विरोध प्रदर्शन जारी है। राज्य के 19 जिलों में प्रदर्शनकारी जमकर बवाल कर रहे हैं। आक्रोशित युवाओं ने रेलवे को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। प्रदर्शनकारियों ने आनंद विहार टर्मिनल (दिल्ली) से चलकर भागलपुर जाने वाली विक्रमशिला सुपरफास्ट ट्रेन में आग लगा दी। इसके साथ ही समस्तीपुर में 2, लखीसराय, आरा और सुपौल में एक-एक यात्री ट्रेन में आग लगा दी।प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने की पूरी कोशिश की जी रही है।
जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस में लगाई आग
बिहार के समस्तीपुर जिले में प्रदर्शनकारियों ने 2 ट्रेनों में आग लगा दी। इसमें मोहिद्दीन नगर रेलवे स्टेशन पर जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन की कई बोगियों में आग लगा दी। बोगियां जलकर खाक हो गयीं। जलाई गई बोगियों में एक AC कोच भी है। इधर, दिल्ली से लौट रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में भी आगजनी हुई है। वही आरा में प्रदर्शनकारियों ने पैसेंजर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया।
रेलवे ट्रैक पर आगजनी
यह विरोध प्रदर्शन अब उग्र रूप लेता जा रहा है। युवाओ ने बक्सर और नालंदा समेत कई जिलों में रेलवे ट्रैक पर आगजनी की गई है। आरा में सड़क पर आगजनी के बाद जाम लगाया गया है। वहीं वैशाली के हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर उग्र छात्रों ने तोड़-फोड़ की है। समस्तीपुर में प्रदर्शनकारियों ने जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति में आग लगा दी। हाजीपुर-बरौनी रेलखंड के मोहिउद्दीननगर स्टेशन पर भी आगजनी की गई है। बता दें कि प्रदर्शनकारी सुबह 6 बजे से ही ट्रैक पर डटे हुए हैं। रेलवे ने जहां-तहां ट्रेनों को रोक दिया है। जिस कारण कई ट्रेनें रद्द भी कर दी गई हैं।
इन जिलों में उग्र प्रदर्शन
बिहार के बेगूसराय, नालंदा, मुंगेर, दानापुर आदि जगहों पर भी हिंसक विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। बेगूसराय में प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने लखमिनियां स्टेशन में घुसकर दस्तावेजों को बर्बाद कर दिया। वहीं, नालंदा से भी विरोध की खबर है। मुंगेर में प्रदर्शनकारी टायर जलाकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। दानापुर-बिहटा में प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने-सामने आ गई। यहां उग्र भीड़ की ओर से पुलिस पर पथराव करने की सूचना है।
नए नियम को लेकर हंगामा
प्रदर्शनकारियों ने कहा, 'रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को इसका ऐलान किया था कि अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की नियुक्ति होगी, जिन्हें 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जाएगी। 4 साल बाद 75 फीसदी जवानों को 11 लाख रुपए देकर घर वापस कर दिया जाएगा। सिर्फ 25 फीसदी की सेवा में कुछ विस्तार होगा। इसी नए नियम को लेकर हंगामा व प्रदर्शन कर रहे हैं।'