द फॉलोअप डेस्क
अक्सर चुनाव का दौर आते ही राजनीतिक पार्टियों में घमासान शुरू हो जाता है। ऐसा ही एक मामला जिसने बिहार चुनाव के पहले ही दबदबा बना लिया है। दरअसल बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्ण अल्लावरू ने महागठबंधन में बयान देकर राजनीतिक घमासान को बढ़ा दिया है। इन्होंने बयान दिया है कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमेटी का सिर्फ अध्यक्ष बनाया गया है, उन्हे CM का चेहरा नहीं बनाया गया है। कांग्रेस प्रभारी का यह बयान आते ही तेजस्वी ने भी अपना रिएक्शन दिया है।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही राहुल गांधी बिहार दौरे पर आए थे, और उसके बाद से ही CM के चेहरे को लेकर महागठबंधन में घमासान मचा हुआ है। बिहार कांग्रेस का यह बयान आने के बाद तेजस्वी ने जवाब देते हुए कहा है कि किसी को इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है और न ही किसी को चिंता करने की जरूरत है। हम सब पूरे तरीके से नया बिहार बनाएंगे और बिहार को नया बनाने की कवायद भी चल रही है।
वहीं राहुल के गांधी के चुनाव फिक्स वाले बयान पर तेजस्वी ने बोला है कि उन्होंने सही आशंका जताई है। जिस तरह से चुनाव आयोग की कार्यशैली रही है, उससे तो यही कहा जा सकता है। पिछले विआधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने क्या किया? दिन में मतों की गणना रुकवा कर रात के अंधेरे में गणना शुरू हुई। और तीन तीन बार प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बाद में सफाई भी दी। चुनाव आयोग जिस तरह से BJP के साथ काम कर रही है, उससे सवाल उठने तो जायज है।