पटना
लोजपा नेता चिराग पासवान समेत पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि पटना में मंगलवार को राजभवन मार्च का आयोजन लोक जनशक्ति पार्टी के द्वारा किया गया था। इसमें पार्टी के कई तमाम नेता और चिराग पासवान शामिल होकर बिहार के राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें पुलिस द्वारा रास्ते में ही रोक दिया गया। उन पर लाठिया बरसाई गईं और पुलिस द्वारा मामला भी दर्ज कर लिया गया।
चिराग पासवान के नेतृत्व में निकला था मार्च
मंगलवार को पटना में लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान के नेतृत्व में जारी राजभवन मार्च में पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया था। आखिरकार पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ-साथ 20 राउंड आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे। कार्यकर्ताओं की तरफ से प्रदर्शन लगातार जारी रहा था। दर्जनों कार्यकर्ताओं को लाठीचार्ज में चोटे भी आई थी। बाद में पुलिस ने सांसद चिराग पासवान को हिरासत में लिया था।
नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग
लोक जनशक्ति पार्टी राज्यपाल के पास बिहार सरकार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर को लेकर जा रही थी लेकिन उन्हें रास्ते पर रोक दिया गया। इसकी वजह से कार्यकर्ता आक्रोशित हो गये। हंगामा ज़्यादा बढ़ गया। जिला प्रशासन का कहना है कि मार्च गैरकानूनी था क्योंकि ये प्रतिबंधित क्षेत्र में आयोजित किया गया था। पटना जिला प्रशासन ने कहा कि लोजपा नेता और कार्यकर्ता बिना अनुमति के ही राजभवन की तरफ मार्च करने का प्रयास कर रहे थे।
चिराग पासवान ने नीतीश सरकार को लताड़ा
चिराग पासवान ने घटना को लेकर बिहार सरकार पर हमला बोला। कहा कि हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया गया मानों हम आतंकवादी हों। उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से राज्यपाल से मिलने जा रहे थे, लेकिन हमें रोकने के लिए भारी संख्यां में पुलिस की तैनाती की गई। चिराग पासवान ने कहा कि पुलिस ने जितनी ताकत हमें रोकने में लगाई, उतनी ही ताकत अलग-अलग जिलों में लगाती तो बिहार में अपराध कम हो जाते।