द फॉलोअप डेस्क
बिहार के भागलपुर में एक अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा हुआ है। इस दौरान गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही उनके पास से कई चीजें भी बरामद की गई है। इसकी जानकारी सिटी एसपी डॉ के रामदास ने दी। इस दौरान उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त मो छोटू की प्रेमिका कॉल सेंटर में जॉब दिलाने के नाम पर ट्यूशन सेंटर में पढ़ने वाली छात्राओं को अपने जाल में फंसाती थी और छोटू उनसे साइबर ठगी का धंधा करवाता था।
आसनसोल से भागकर आए भागलपुर
पुलिस गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है। इस मामले की जानकारी सिटी एसपी ने दी, कहा कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस की टीम अन्य राज्यों में जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले यह सरगना आसनसोल में साइबर ठगी करता था, लेकिन जब वहां पुलिस उनके पीछे पड़ी तो गिरोह भागकर भागलपुर आ गया। इस गिरोह के लगभग सदस्य पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
3 महीने में की डेढ़ करोड़ की ठगी
पुलिस जांच में पता चला है कि साइबर ठग गिरोह ने पिछले 3 महीने में लोगों से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की है। केवल 15 अक्टूबर तक गिरोह लोगों के खाते से 2.69 लाख रुपये उड़ा चुका था। गिरोह के सदस्य जिन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर साइबर अपराध कर रहे थे, उसकी जानकारी पीड़ित ने पुलिस को दी। इसमें गुरुग्राम और रायबरेली सहित अन्य जगहों पर रहने वाले पीड़ितों ने जो भी मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया था, उन सभी का लोकेशन भागलपुर आ रहा था। उसी दौरान पुलिस के हत्थे नाथनगर का एक शख्स लगा, जिसका मोबाइल खंगालते हुए पुलिस गिरोह तक पहुंच गई।
लोगों के डाटा सहित 44 सिम बरामद
बता दें, गिरोह का मास्टरमाइंड राहुल उर्फ जीशान 24 परगना के खरदा का रहने वाला है। जिसके पॉकेट से पुलिस को कई लोगों के मोबाइल नंबर सहित अन्य डाटा मिले। इस दौरान 56 पेज में लोगों के डेटा लिखे हुए मिले। इस दौरान पुलिस ने गिरोह के सदस्यों के पास से कुल 38 मोबाइल जब्त किए, जिनमें 21 कीपैड और 17 स्मार्टफोन है। वहीं, बरामद की गई चीजों में 44 सिमकार्ड, अलग-अलग बैंकों के 34 एटीएम कार्ड, 14 चेकबुक, 3 पासबुक, 3 बाइक, 73500 रुपये नकद, 4 अंगूठी, ब्रेसलेट, चेन, 1 लैपटॉप सहित रजिस्टर आदि शामिल हैं।
इस घटना की जानकारी साइबर थाना के थानेदार डीएसपी संजीव कुमार और अपर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अकील अहमद ने परेस वार्ता के जरिए दी।