सहरसा
बिहार के सहरसा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। प्रेम प्रसंग के चलते एक खौफनाक हत्याकांड को अंजाम दिया गया। पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर इस मामले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यह पूरी कार्रवाई सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ के नेतृत्व में की गई। घटना की जांच के लिए गठित टीम ने वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान के साथ-साथ मानवीय सूचना संकलन का सहारा लिया। इसके बाद बसनही निवासी लक्ष्मण यादव को गिरफ्तार किया गया, जिसने अपनी संलिप्तता कबूल कर ली।
हत्या का कारण लक्ष्मण यादव का इजमाईल संथाली टोला की एक महिला के साथ प्रेम संबंध था। घटना की पृष्ठभूमि तब बनी जब मृतक जेठा ठुडू ने लक्ष्मण यादव को उस महिला के घर से बाहर आते हुए देख लिया। जेठा ने इस बात की जानकारी गांव के अन्य लोगों को दे दी। इससे नाराज होकर लक्ष्मण यादव ने हत्या की साजिश रची।
घटना का विवरण 21 दिसंबर की सुबह करीब 8 बजे बसनही थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि इजमाईल संथाली टोला और बसनही गांव के बीच एक पगडंडी पर एक व्यक्ति का आधा जला शव पड़ा है। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और साक्ष्य संकलन के लिए एफएसएल टीम को बुलाया।
कैसे रची गई साजिश?
लक्ष्मण यादव ने खुलासा किया कि जेठा ठुडू ने 21 दिसंबर को उससे कुछ पैसे उधार मांगे थे। कर्ज देने के बहाने लक्ष्मण उसे लगमा बाजार ले गया। वहां उसने ऑमलेट में नशीली दवा मिलाकर उसे खिला दिया। नशे की हालत में लक्ष्मण ने उसे अपने पास ले जाकर आग तापने के बहाने बैठाया। फिर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। जब जेठा तड़पने लगा, तो लक्ष्मण ने बांस के डंडे से उसके सिर पर वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
सबूत मिटाने की कोशिश हत्या के बाद लक्ष्मण ने साक्ष्य मिटाने के लिए शव को दोबारा आग में झोंक दिया। पुलिस ने मौके से मृतक की साइकिल, पेट्रोल का कंटेनर और हत्या में इस्तेमाल डंडा बरामद किया।
टीम की भूमिका इस मामले को सुलझाने में सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ मुकेश ठाकुर, पुनि मो. सुजाउद्दीन, बसनही थानाध्यक्ष कुलवंत कुमार, सोनवर्षा राज थानाध्यक्ष अविनाश कुमार, पुअनि बब्लु कुमार और शारदा कुमारी सहित अन्य अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई।