द फॉलोअप डेस्क
बिहार के गया के बाराचट्टी थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात एक बड़ा हादसा हो गया। सेना की फायरिंग अभ्यास के दौरान एक युवक प्रतिबंधित इलाके में घुस गया, जिसके चलते उसे गोली लग गयी। घायल युवक को इलाजे के लिए मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
घटना 23 मई की रात की है। बताया गया कि बीघी गांव निवासी विरेंद्र मांझी सेना की फायरिंग क्षेत्र में चला गया था। वह एमएमजी गन से फायरिंग के दैरान निकलने वाले पीलत के खोखे चुनने के लिए इलाके में गया था। तभी एक गोली उसके पेट में लग गयी। गोली लगने की सूचना मिलते ही फायरिंग अभ्यास में मौजूद जवान और अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायल को तुरंत बाराचट्टी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफऱ कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि युवक अब खतरे से बाहर है। बुमरे पंचायत के मुखिया संजीव कुमार उर्फ गुड्डू ने बताया कि 23-24 मई को सेना द्वारा फायरिंग अभ्यास की सूचना पहले से दी गयी थी और गांव में मुनादी कराई गयी थी। ताकि कोई व्यक्ति फायरिंग एरिया में न जाए। बावजूद इसके विरेंद्र मांझी शुक्रवार रात लगभग 8:50 बजे फायरिंग क्षेत्र में चला गया। मुखिया ने कहा कि फायरिंग के दौरान एमएमजी गन का उपयोग किया जा रहा था, न कि मोर्टार या तोप का। लोगों को पीतल के खोखे बेचने के लालच में ऐसे जोखिम उठाते देखा गया है।
बाराचट्टी थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद ने बताया कि युवक को गोली लगने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा, "सेना के फायरिंग अभ्यास के दौरान युवक घायल हो गया, लेकिन उसकी हालत अब ठीक है। इलाज के दौरान सेना के जवानों ने ब्लड डोनेट कर उसकी जान बचाने में मदद की, जो काबिल-ए-तारीफ है।"